नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश में भड़की हिंसा और अपने तख्तापलट के बाद पहली बार सार्वजनिक तौर पर एक बयान दिया है. उन्होंने शनिवार (27 सितंबर, 2025) को अपनी पहली सार्वजनिक उपस्थिति के बाद नई जेन जेड प्रशासन पर तंज कसा. उन्होंने नेपाल की पूर्व मुख्य न्यायाधीश रह चुकीं सुशीला कार्की के नेतृत्व में बनी नेपाल की अंतरिम सरकार को जेन जेड सरकार कहकर संबोधित किया. उन्होंने कहा कि यह अंतरिम सरकार ‘दिखावा करने वाली सरकार’ है.
उन्होंने कहा, ‘यह जेन जेड सरकार है, जो न हीं नेपाल के संविधान के प्रावधानों के मुताबिक बनी है, न लोगों ने वोट देकर इसे चुना है. इस सरकार का गठन हिंसा, तोड़फोड़ और आगजनी की घटना के जरिए किया गया है.’
पूर्व पीएम ने नेपाल के अंतरिम सरकार पर उठाए सवाल
इस दौरान नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने देश के वर्तमान नेतृत्व की मंशा पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा, ‘यह दिखावे की सरकार आखिर क्या सोचती है कि हम देश को उनके हाथों में सौंपकर विदेश भाग जाएंगे? हमें इस देश को बनाना है. हमें इस देश को संवैधानिक और लोकतांत्रिक बनाना है और यहां की राजनीति को फिर से पटरी पर लाना है. हम देश में कानून के राज को फिर से लाएंगे.’
हिंसा से जुड़ी अफवाहों पर भी केपी ओली ने दिया बयान
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री ने इस दौरान हिंसा से जुड़ी उन अफवाहों को लेकर भी बयान दिया है, जिसे उनके साथ जोड़ा जा रहा है. उन्होंने कहा, ‘मेरा नाम लेकर एक और अफवाह उड़ाई गई है. लोगों को यह कहने के लिए उकसाया जा रहा है कि मुझे एक बंदूक दो, मैं उसे मार दूंगा, मुझे तलवार दो, मैं उसे काट दूंगा और मुझे एक ड्रोन दो तो मैं उसपर हमला कर दूंगा. इन सभी बातें-बातें काफी जोरो-शोर से फैलाया जा रहा है. लेकिन इसमें मेरी क्या भूमिका थी?
उन्होंने कहा, ‘फायरिंग की खबर सुनकर मैंने उसके बारे में जानकारी इकट्ठा की. मुझसे बताया गया था कि सिर्फ रबर बुलेट्स का इस्तेमाल किया गया था, लेकिन बाद में मुझे पता चला कि 14 लोगों की मौत हो चुकी है. मैं यह पूछना चाहता हूं कि उन लोगों के सिर में गोली कैसे लग गई? हम इसे कैसे रोक सकते हैं?'
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