Myanmar Earthquake: म्यांमार में 28 मार्च 2025 को भयानक भूकंप आया था. यह भूकंप म्यांमार के इतिहास का सबसे विनाशकारी भूकंप था. मांडले क्षेत्र में आए 7.7 तीव्रता वाले भूकंप के बाद से अब तक 112 झटके महसूस किए जा चुके हैं, जिसकी तीव्रता 2.8 से लेकर 7.5 तक रही है. म्यांमार के मौसम और जल विज्ञान विभाग के अनुसार भूकंप में मरने वालों की संख्या 3,649 हो गई है, जबकि 5,018 लोग घायल हैं और 145 मिसिंग हैं.
'द मिरर' के मुताबिक भूकंप ने देश के मोबाइल कम्युनिकेशन सिस्टम को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है. भूकंप की वजह से कुल 6,730 कम्युनिकेशन स्टेशन क्षतिग्रस्त हुए, जिनमें से 5,999 की मरम्मत हो चुकी है. भारत, संयुक्त राष्ट्र, अमेरिका और यूरोपीय संघ जैसे अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने म्यांमार की मदद के लिए राहत और बचाव दल, चिकित्सा टीम और आवश्यक संसाधन भेजे हैं. यूनेस्को ने भी मदद के संकेत दिए हैं.
म्यांमार का अता थिंगयान महोत्सव भूकंप की त्रासदी ने म्यांमार के सबसे प्रमुख पारंपरिक पर्व ‘अता थिंगयान महोत्सव’ को भी प्रभावित किया है. यह महोत्सव हर साल 13 से 16 अप्रैल तक बड़े पैमाने पर मनाया जाता है. हालांकि, इस बार संगीत, नृत्य और फेस्टिवल से जुड़े अन्य कार्यक्रमों को रद्द कर दिया गया है. यांगून सिटी डेवलपमेंट कमेटी ने शहर के सभी सार्वजनिक मंडपों और कार्यक्रमों को निलंबित करने का आदेश दिया है. म्यांमार का पारंपरिक नववर्ष जो 17 अप्रैल को है, उसे शांति के साथ मनाने को कहा गया है.
संचार, स्वास्थ्य और सेवाएं ठपभूकंप के चलते म्यांमार में 15 डाकघरों को अस्थायी रूप से बंद करना पड़ा, हालांकि 31 मार्च से इन्हें धीरे-धीरे खोला जा रहा है. स्वास्थ्य सेवाएं, जल आपूर्ति और बिजली व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में खाद्य और पेयजल संकट गहराता जा रहा है.