Muslim Migration From Islamic Country: 1990 के दशक से अमेरिका में मुस्लिम आप्रवासन में लगातार वृद्धि देखी गई है, हालांकि 2001 के न्यूयॉर्क में 9/11 हमलों के बाद इसमें गिरावट आई थी. प्यू रिसर्च सेंटर की रिपोर्ट के मुताबिक मुस्लिम आप्रवासियों की संख्या 1992 में लगभग 50,000 से बढ़कर 2009 तक 115,000 से अधिक हो गई थी. इस तरह से 2030 तक हर साल 130,000 से अधिक मुसलमानों को अमेरिका में स्थायी निवास का दर्जा मिलने का अनुमान है. बता दें कि 1 लाख 30 हजार लोगों में से सबसे ज्यादा 22 हजार लोग पाकिस्तान के होंगे. उसके बाद बांग्लादेश 16 हजार, सोमालिया 14 हजार, ईरान 11 हजार इराक 7 हजार शामिल है.
2001 में 9/11 के हमलों के बाद मुस्लिम आप्रवासन में अस्थायी गिरावट दर्ज की गई. इन हमलों के बाद अमेरिका की आप्रवासन नीतियों में कुछ सख्ती देखी गई, जिससे कुछ सालों तक मुस्लिम देशों से आने वाले आप्रवासियों की संख्या प्रभावित हुई. हालांकि, यह गिरावट लंबी नहीं चली और 2009 तक मुस्लिम आप्रवासियों की संख्या फिर से बढ़ने लगी थी. 2009 तक मुस्लिम आप्रवासन की संख्या 115,000 से अधिक हो गई थी. 1990 के दशक में जहां यह संख्या लगभग 50,000 थी. वहीं 2000 के दशक के अंत तक यह लगभग दोगुनी हो गई.
स्थायी निवास और मुसलमानों की बढ़ती भागीदारी1992 में सभी नए स्थायी निवासियों में मुस्लिम आप्रवासियों का हिस्सा लगभग 5.1 फीसदी था. 2009 तक ये बढ़कर 10.2 फीसदी हो गया. इस अवधि के दौरान हर साल मुस्लिम आप्रवासियों की संख्या बढ़ती रही, जिससे अमेरिका में मुस्लिम जनसंख्या में स्थायी वृद्धि हुई. इस तरह से अमेरिका में 2030 तक मुस्लिम आप्रवासियों की संख्या और बढ़कर 1.1 मिलियन हो जाएगी, जो नए लोगों के हिसाब से 11.4 फीसदी होगी.
मुस्लिम देशों से आप्रवासन का स्वरूपअमेरिका में आने वाले मुस्लिम आप्रवासियों का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान, बांग्लादेश, भारत, और मध्य पूर्व के देशों से होता है. उदाहरण के लिए, पाकिस्तान की 96.4 फीसदी आबादी मुस्लिम है. पाकिस्तान से आने वाले लगभग 89.5 फीसदी आप्रवासी मुस्लिम होते हैं. यह दर्शाता है कि मुस्लिम बहुल देशों से आने वाले आप्रवासी आम तौर पर उसी धार्मिक पृष्ठभूमि से होते हैं, हालांकि कुछ अपवाद भी होते हैं.
मुस्लिम समुदाय का अमेरिकी समाज में हिस्सा1990 के दशक से अमेरिका में मुस्लिम आप्रवासन में निरंतर वृद्धि हुई है. इस प्रवृत्ति में आप्रवासन और प्रजनन दर का महत्वपूर्ण योगदान है. 2030 तक सालाना लगभग 130,000 मुस्लिम अमेरिका में स्थायी निवास का दर्जा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे मुस्लिम समुदाय का अमेरिकी समाज में हिस्सा और अधिक बढ़ेगा.