Milwaukee Monster Jeffrey Dahmer Story: आपने क्राइम और खूंखार अपराधियों से जुड़ी कई खबरें पढ़ी होंगी. इनमें से कई आपके जेहन में से गायब हो चुकी होंगी, लेकिन आज हम जिस अपराधी के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, उसके बारे में जानकर आप भी चौंक जाएंगे. ये कोई मामूली हत्यारा नहीं था.


हम जिसके बारे में आपको बताएंगे उसका नाम जेफरी डामर है. अमेरिका के विस्कॉन्सिन राज्य के मिलवौकी शहर में रहने वाला जेफरी डामर कितना खतरनाक था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि लोग इसके लिए 'कसाई' और 'राक्षस' जैसे शब्दों का इस्तेमाल करते हैं. उसने कुल 17 लोगों की हत्या की. हत्या के बाद वह लोगों का मांस भी खा जाता था. यही वजह है कि उसे लोग 'मिलवौकी का आदमखोर' भी कहते थे. 


1978 में इस तरह की थी पहली हत्या


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, जेफरी डामर युवाओं को ड्रग्स देता था. ऐसा वह इसलिए करता था जिससे वह उनके शरीर पर अजीबोगरीब प्रयोग कर सके. अमेरिकी पुलिस के अनुसार, जेफ डामर ने पहला मर्डर 1978 में किया था. उसने जिसकी हत्या की थी उसका नाम स्टीव हिक्स (19 साल) था. डामर ने उसे लिफ्ट दी और उसे अपने घर ले गया. वहां स्टीव को शराब पिलाई और जब स्टीव जाने लगा तो पीछे से जिम डंबल से हमला कर डामर ने उसकी हत्या कर दी. उसे मारने के बाद वह स्टीव के शव को अपने बेसमेंट में ले गया और उसे टुकड़ों में काट दिया. इसके बाद उसने उन टुकड़ों को अपने आंगन में दफना दिया. 


अधिकतर मर्डर के लिए चुना दादी का घर


पुलिस की मानें तो डामर ने दूसरी हत्या 1980 में की थी. इस बार वह अपने साथ एक समलैंगिक लड़के को होटल लेकर गया था. वहां उसने उसकी हत्या कर दी. इसके बाद वह लगातार मर्डर करता रहा. दूसरे मर्डर के बाद उसने 15 और हत्याएं कीं, लेकिन ये सभी अपनी दादी के घर पर कीं. हालांकि कुछ समय बीतने के बाद उसने अकेले कहीं घर ले लिया. वह 1990 तक ऐसे ही बर्बर तरीके से हत्याएं करता रहा. 


इस तरह आया पुलिस की पकड़ में


वह एक के बाद एक 16 हत्याएं कर चुका था, लेकिन पुलिस की पहुंच से दूर था. 1991 में उसने प्लानिंग के तहत अपना 17वां शिकार भी ढूंढा. ट्रेसी एडवर्ड्स नाम के शख्स को अपने घर बुलाकर खिलाया और पिलाया भी, लेकिन वह किसी तरह डामर की कैद से भागकर पुलिस तक पहुंचा और पुलिस को सारी कहानी बता दी. 


फ्रिज में रखता था खोपड़ियां


पुलिस को जैसे ही डामर की सूचना मिली, वह सक्रिय हो गई. इसके बाद पुलिस की एक टीम डामर के घर पर पहुंची. वहां पुलिस ने उसके फ्रिज और फ्रीजर की तलाशी ली. पुलिस को इनमें से जो मिला उसे देखकर पुलिस वाले भी कांप उठे. दरअसल, उसने फ्रिज में लाशों के कटे टुकड़े और कई खोपड़ियां रख रखीं थीं. 


जेल में ही किसी ने कर दी थी हत्या


पुलिस ने उसे पकड़ने के बाद जब उसका चेकअप कराया तो पता चला कि वह बॉर्डरलाइन पर्सनैलिटी डिसऑर्डर, स्किज़ोटाइपल पर्सनालिटी डिसऑर्डर और साइकोटिक डिसऑर्डर से पीड़ित था. साल 1992 में उसे 15 मामलों में उम्रकैद की सजा सुनाई गई. हालांकि 28 नवंबर 1994 को जेल की जिम के बाथरूम में क्रिस्टोफर स्कार्वर नाम के एक कैदी ने डामर की हत्या कर दी थी.


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