PM Modi Thailand Visit: विदेश मंत्रालय में सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6वें बिम्सटेक शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए 3 से 4 अप्रैल तक थाईलैंड की आधिकारिक यात्रा करेंगे.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक जयदीप मजूमदार ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी की ये तीसरी थाईलैंड यात्रा होगी. इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनावात्रा के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत और थाईलैंड के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत द्विपक्षीय संबंध रहे हैं."
'दोनों देशों के बीच धार्मिक जुड़ाव'उन्होंने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच साझा सभ्यतागत, सांस्कृतिक और धार्मिक जुड़ाव हैं. इसके अलावा, थाईलैंड भारत का समुद्री पड़ोसी होने के साथ-साथ "एक्ट ईस्ट" नीति और इंडो-पैसिफिक विजन में एक अहम भागीदार है. बिम्सटेक में भी थाईलैंड एक महत्वपूर्ण सहयोगी है. प्रधानमंत्री मोदी इस यात्रा के दौरान थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगतार्न शिनावात्रा से मुलाकात करेंगे. यह उनकी दूसरी द्विपक्षीय बैठक होगी. इससे पहले वे 11 अक्टूबर 2023 को आसियान शिखर सम्मेलन के दौरान वियनतियाने में उनसे मिले थे.
म्यांमार-थाईलैंड भूकंप पर भारत की प्राथमिकताजयदीप मजूमदार ने म्यांमार-थाईलैंड में आए विनाशकारी भूकंप पर भी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि बिम्सटेक क्षेत्र में मौसम की चरम घटनाओं और प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बना रहता है. इसकी प्रासंगिकता आज म्यांमार और थाईलैंड में आए विनाशकारी भूकंप में देखी जा सकती है. आपदा प्रबंधन में सहयोग और HADR (मानवीय सहायता और आपदा राहत) अभ्यासों के माध्यम से हमारे आपदा प्रबंधन अधिकारियों के बीच सहयोग भारत के लिए प्राथमिकता वाला क्षेत्र रहा है'.
द्विपक्षीय वार्ता पर भी केंद्रित होगी थाईलैंड की ये यात्राबता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 3-4 अप्रैल 2025 को थाईलैंड की यह यात्रा द्विपक्षीय वार्ता पर भी केंद्रित होगी, जिसमें भारत-थाईलैंड के आर्थिक और रक्षा संबंधों को मजबूत करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इस यात्रा के दौरान आर्थिक सहयोग को और आगे बढ़ाने पर विस्तृत चर्चा होगी. भारत और थाईलैंड इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रणनीतिक साझेदार होने के नाते रक्षा और सुरक्षा मामलों में भी आपसी सहयोग को मजबूत करने पर सहमत हो सकते हैं.