विदेश मंत्रालय (MEA) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर निमिषा प्रिया के संबंध में किए जा रहे दावों को मंगलवार (19 अगस्त, 2025) को फर्जी करार दिया है. विदेश मंत्रालय ने उन सभी दावों को खारिज किया, जिनमें यमन में मौत की सजा का सामना कर रही भारतीय नर्स निमिषा प्रिया से संबंधित मामले में सरकार की ओर से निर्दिष्ट बैंक खाते में आर्थिक मदद मांगने की बात कही गई है.
विदेश मंत्रालय की फैक्ट चेक जांच टीम के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स के हैंडल- MEA फैक्टचेक ने एक एक्स यूजर की ओर से किए गए पोस्ट का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया, जिसमें इस तरह के दावे किए गए हैं. एक्स प्लेटफॉर्म पर 19 अगस्त को सोशल मीडिया यूजर ने जो पोस्ट शेयर किया, उसमें ‘सेव निमिषा प्रिया’ लिखा एक पोस्टर और कुछ बैंक लेनदेन के विवरण भी दिए गए हैं.
MEA फैक्टचेक ने एक्स पर दी जानकारी
इस संबंध में MEA फैक्टचेक ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, “हमने सोशल मीडिया पर निमिषा प्रिया मामले में भारत सरकार की ओर से निर्दिष्ट बैंक खाते में धन जमा करने की मांग के दावे देखे हैं. यह एक फर्जी दावा है.” भारत ने एक अगस्त को कहा था कि वह निमिषा प्रिया के मामले में हरसंभव सहायता प्रदान करना जारी रखेगा.
भारतीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद टली निमिषा की फांसी
केरल में पलक्कड़ जिले के कोल्लेंगोडे निवासी नर्स निमिषा प्रिया को जुलाई, 2017 में हुई एक यमनी नागरिक की हत्या की घटना का दोषी पाया गया है. जिसके बाद यमन की अदालत ने 38 वर्षीय निमिषा प्रिया की फांसी 16 जुलाई, 2025 को निर्धारित की थी, लेकिन भारतीय अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद निमिषा की फांसी की सजा को स्थगित कर दिया गया था.
निमिषा को जल्द सजा देने की मांग कर रहे मृतक के परिजन
वर्तमान में भारतीय नर्स निमिषा प्रिया यमन की राजधानी सना की एक जेल में बंद है, जो ईरान समर्थित हुती विद्रोहियों के नियंत्रण में है. वहीं, दूसरी ओर, यमनी मृतक के परिवारजन हत्या की आरोपी निमिषा प्रिया को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि वह किसी भी हालात में निमिषा को हत्या के लिए माफ नहीं करेंगे.