लंदन: लंदन के मेयर सादिक खान ने ब्रेक्ज़िट पर दोबारा मतदान कराने का आह्वान किया है और यूरोपीय संघ के 28 सदस्यों के साथ ब्रेक्ज़िट वार्ता करने की नीति को लेकर सरकार की आलोचना की है. बीबीसी के मुताबिक, समाचारपत्र 'ऑब्जर्वर' (रविवार को प्रकाशित) में एक लेख में लेबर पार्टी के नेता ने कहा कि ब्रिटेन छह महीनों में यूरोपीय संघ से अलग होने वाला है और अब या तो यह एक खराब समझौते का सामना करेगा या फिर कोई समझौता नहीं होगा.

उन्होंने कहा कि यह बहस ब्रिटेन के लिए क्या अच्छा है के मुकाबले बोरिस जॉनसन (पूर्व विदेश सचिव) की राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं के बारे में कहीं ज्यादा है. खान ने कहा कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि दोबारा जनमत-संग्रह कराने का समर्थन करना होगा, लेकिन वार्ता को लेकर अव्यवस्था और भ्रम की स्थिति बनने लगी है.

उन्होंने कहा, "मुझे नहीं लगता कि प्रधानमंत्री थेरेसा मे को ब्रिटिश अर्थव्यवस्था और जनता की आजीविका से खुल्लमखुल्ला खिलवाड़ करने का जनादेश है." मे ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि उनकी सरकार दोबारा मतदान कराने का समर्थन नहीं करेगी.

क्या है ब्रेग्जिट Britain और Exit जैसे दो शब्दों से ब्रेक्ज़िट बना है. इसका मतलब है ब्रिटेन का यूरोपियन यूनियन से बाहर होना है. यूरोपियन यूनियन यूरोप के देशों का समूह है. ब्रिटेन के यूरोपियन यूनियन से बाहर निकलने के लिए वहां जनमतसंग्रह हुआ था जिसमें हिस्सा लेने वाले करीब आधे लोगों ने इसके समर्थन में मतदान किया. लेकिन अब एक नई बहस ये है कि क्या ये ब्रिटेन के लिए सही है और अगर सही नहीं तो क्या इसपर एक बार और मतदान होना चाहिए?

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