जॉर्डन के किंग अब्दुल्लाह ने कहा है कि वह दो हजार फिलिस्तीनी बच्चों को तत्काल अपने देश लेकर जाएंगे. ये बात उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात के बाद कही. पाकिस्तानी एक्सपर्ट ताहिर गोरा ने कहा कि यही किंग अब्दुल्लाह पिछले हफ्ते तक ये बात मानने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन डोनाल्ड ट्रंप से मिलते ही उनके सुर बदल गए हैं. एक मुलाकात में ही उन्होंने ये बात मान ली. ताहिर गोरा ने कहा कि ये ट्रंप का प्रभाव है और एक महीने से भी कम समय में दुनिया बदल जाएगी.

मंगलवार (11 फरवरी, 2025) को किंग अब्दुल्लाह अमेरिका गए और व्हाइट हाउस में डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की. ताहिर गोरा ने कहा कि पिछले रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बॉमशेल बात की थी कि जॉर्डन और इजिप्ट को 20 लाख फिलिस्तीनियों को अपने अंदर बसाना चाहिए. तब दोनों देशों की मिनिस्ट्री की तरफ से इसको तर्कहीन बताया गया. 

ताहिर गोरा ने कहा कि ये बातें करने वाले अब्दुल्लाह अब व्हाइट हाउस पहुंच गए और उन्होंने ऐलान किया कि कि हम दो हजार फिलिस्तीनी बच्चों को जॉर्डन लेकर जाएंगे यानी शुरुआत हो गई, जिसकी डोनाल्ड ट्रंप ने बात की थी. उन्होंने कहा कि पहले डोनाल्ड ट्रंप की इन बातों का पूरी दुनिया मजाक उड़ा रही थी कि ये कैसे मुमकिन है और अब किंग खुद आकर कह रहे हैं कि 2 हजार बच्चों को वह ले जाएंगे. 

ताहिर गोरा ने कहा कि जब रिपोर्टर्स ने 20 लाख बच्चों को बसाने की बात की तो किंग अब्दुल्ला ने कहा कि मिस्त्र, सऊदी अरब और दूसरे मिडिल ईस्ट देशों से बात हो रही है और बहुत जल्दी अच्छी खबर आएगी. हम फिर अमेरिका आएंगे और राष्ट्रपति ट्रंप से बात करेंगे.

ताहिर गोरा ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप का वो गाजा, गाजा, गाजा का जो कहना था, वह वाकई आउट ऑफ बॉक्स ही नहीं है, वो प्रैक्टिकली होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक महीने से भी कम समय में दुनिया बदल जाएगी. गाजा पर जो राष्ट्रपति ट्रंप का विरोध कर रहे थे वो अब मुंह में उंगली दबाकर बैठे हैं. उनको समझ नहीं आ रहा. 

 

 

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