Joe Biden targeted Trump: पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार को चेतावनी दी कि उनके बाद राष्ट्रपति बने डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल सिक्योरिटी (सामाजिक सुरक्षा) को बहुत कमजोर कर दिया है. बाइडेन का कहना है कि यह लाखों अमेरिकियों के लिए एक बड़ा और गंभीर मुद्दा है.
82 साल के डेमोक्रेट नेता बाइडेन ने व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद से अब तक सार्वजनिक रूप से ज़्यादा कुछ नहीं कहा था, लेकिन अब उन्होंने फिर से राष्ट्रीय मंच पर वापसी की है. उन्होंने शिकागो में एक सम्मेलन में भाषण दिया, जहां विकलांग लोगों के लिए काम करने वाले कार्यकर्ता, सलाहकार और प्रतिनिधि मौजूद थे. बाइडेन का ये भाषण उस समय आया जब पूरे अमेरिका में डेमोक्रेट्स ने "सोशल सिक्योरिटी एक्शन डे" मनाया. इस दिन का मकसद था लोगों का ध्यान इस ओर खींचना कि सोशल सिक्योरिटी प्रोग्राम का भविष्य खतरे में है.
'नए प्रशासन ने काफी नुकसान पहुंचाया'
बाइडेन ने करीब 200 लोगों की मौजूदगी में कहा कि नया प्रशासन 100 दिन से भी कम समय में बहुत नुकसान कर चुका है. उन्होंने कहा, "उन्होंने सामाजिक सुरक्षा विभाग पर हमला किया है." बाइडेन ने ट्रंप सरकार पर ज़रूरी सेवाओं को खत्म करने का आरोप लगाया.
यह भाषण बाइडेन का राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद पहला बड़ा सार्वजनिक भाषण था. इसमें उन्होंने सामाजिक सुरक्षा के भविष्य पर बात की. डेमोक्रेट्स लगातार ट्रंप प्रशासन की आलोचना कर रहे हैं. दोनों राजनीतिक पार्टियां मानती हैं कि आने वाले मध्यावधि चुनावों में सामाजिक सुरक्षा एक बड़ा मुद्दा बनेगा. भाषण के दौरान बाइडेन ने सीधे ट्रंप का नाम नहीं लिया, लेकिन उन्होंने देश में बढ़ती राजनीति की खटास की बात की और कहा कि माहौल पहले से कहीं ज्यादा बंटा हुआ है. उनकी बातों को ट्रंप और उनके समर्थकों पर एक तरह की छुपी हुई आलोचना माना गया, हालांकि उनके प्रवक्ता ने साफ नहीं किया कि बाइडेन किसकी बात कर रहे थे.
सामाजिक सुरक्षा सिस्टम को लूटने की कोशिश कर रहे हैं
बाइडेन ने अपने भाषण में सामाजिक सुरक्षा से जुड़े विवाद पर भी बात की. उन्होंने ट्रंप पर आरोप लगाया कि वे अमीर लोगों और बड़ी कंपनियों को टैक्स में छूट देने के लिए सामाजिक सुरक्षा सिस्टम को "लूटने" की कोशिश कर रहे थे. बाइडेन की इस बात का समर्थन विकलांगता अधिकारों के पैरोकार जेसन टर्किश ने किया.
उन्होंने कहा कि ट्रंप के कार्यकाल के दौरान उनके 32,000 ग्राहकों को यह डर सताता रहा कि उनके लाभों में कटौती हो सकती है. हालांकि बाइडेन राष्ट्रपति पद छोड़ने के बाद से ज्यादा सार्वजनिक रूप से दिखाई नहीं दिए हैं, लेकिन इस मुद्दे पर उनका दोबारा मंच पर आना यह दिखाता है कि वे अब भी राष्ट्रीय बहस को प्रभावित करना चाहते हैं.