Israeli Gaza War: इजरायल ने एक बार फिर से गाजा में बम बरसाने शुरू कर दिए हैं. इजरायली सेना ने सोमवार (30 जून 2025) को गाजा में भीड़ से भरे समुद्र तट पर एक कैफे पर हमला किया था. आईडीएफ ने इस जगह को निशाना बनाने के लिए अमेरिका में बने 500 पाउंड (230 किलोग्राम) के बम का इस्तेमाल किया गया.

अमेरिका के शक्तिशाली बम से गाजा पर हमला

गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में एमके-82 बम का इस्तेमाल किया गया, जिससे पूरा कैफे खंडहर में बदल गया है. आईडीएफ के प्रवक्ता ने कहा कि कैफे पर हमले की समीक्षा की जा रही है. उन्होंने कहा कि हमले से पहले पूरे इलाके की हवाई निगरानी की गई थी और आम नागरिकों का कम से कम नुकसान हो इसका ध्यान रखा गया था. अमेरिकी कई बार पहले भी इस बम का इस्तेमाल कर चुका है.

36 की मौत 50 से अधिक घायल

गाजा के डॉक्टर्स और अन्य अधिकारियों ने अनुसार इस हमले में करीब 36 फिलिस्तीनी की मौत हुई तो वहीं 50 से ज्यादा लोग घायल हो गए. मृतकों में एक प्रसिद्ध फिल्म निर्माता, एक कलाकार, एक चार साल का बच्चा भी शामिल है. जेनेवा सम्मेलन पर आधारित अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत किसी सैन्य बल को ऐसे हमला करने से माना किया जाता है.

'इजरायली हमले की जांच होनी चाहिए'

ह्यूमन राइट्स वॉच के गेरी सिम्पसन ने कहा, "इजरायल की सेना ने यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किसे निशाना बना रहे थे. IDF ने कहा कि नागरिक हताहतों की संख्या कम करने के लिए हवाई निगरानी की थी. उन्हें पता था कि उस कैफे में लोगों की भीड़ थी. यह गैरकानूनी हमला था और इसकी जांच होनी चाहिए."

न्यूज एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के मुताबिक उस कैफे से थोड़ी दूर समुद्र तट पर टहल रहे एक युवक ने बताया, "उस स्थान पर हमेशा बहुत सारे लोग होते हैं. मैंने वहां जोरदार विस्फोट की आवाज सुनी. यह एक नरसंहार था."

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