Israel Iran IAEA: इजरायल और अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया था. ईरान ने भी दोनों को इसका करारा जवाब दिया था. एक रिपोर्ट के मुताबिक यह हमला इंटरनेशनल एटॉमिक एनर्जी एजेंसी के चीफ राफेल ग्रॉसी के बयान के बाद हुआ था. ग्रॉसी ने दावा किया था कि ईरान परमाणु हथियार बना रहा है. अब ईरान की तरफ से ग्रॉसी को लेकर आक्रामक बयान सामने आया है. एक्स हैंडल डेली ईरान मिलिट्री ने दावा किया है कि ग्रॉसी इजरायल के लिए जासूसी कर रहे थे.
दरअसल एक्स हैंडल डेली ईरान मिलिट्री ने एक पोस्ट शेयर की है. उसने कायहान अखबार के हवाले से आईएईए चीफ ग्रॉसी के खिलाफ कई बड़ी बातों का दावा किया है. उसने लिखा, ''ग्रॉसी के खिलाफ जासूसी और ईरानियों की हत्या में मिलीभगत के लिए मुकदमा चलाया जाना चाहिए. ग्रॉसी को फांसी दे देनी चाहिए. दर्जनों दस्तावेज यह साबित करते हैं कि वे जासूसी कर रहे थे.''
इजरायल ने किया था ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला
रिपोर्ट्स के मुताबिक आईएईए चीफ ग्रॉसी की रिपोर्ट के बाद इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया था. रिपोर्ट में दावा किया गया था कि ईरान परमाणु हथियार बना रहा है, लेकिन युद्ध शुरू होने के बाद ग्रॉसी बयान से पलट गए थे. उन्होंने कहा था कि ईरान में कहीं भी परमाणु हथियार के सबूत नहीं मिले है. इस पर ईरान ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अब बहुत देर हो चुकी है.
वैज्ञानिकों का अंतिम संस्कार करेगा ईरान
इजरायल और अमेरिका के अटैक में ईरान के कई वैज्ञानिकों की मौत हुई थी. अब ईरान हमले में मारे गए वरिष्ठ सैन्य कमांडर्स और प्रमुख न्यूक्लियर साइंटिस्ट समेत 60 लोगों के सम्मान में शनिवार को तेहरान में एक अंत्येष्टि कार्यक्रम आयोजित किया है. यह मध्य तेहरान के एंगहेलाब (क्रांति) चौक पर आयोजित होगा. लगभग 11 किलोमीटर दूर 'आजादी स्क्वायर' पर एक बड़े पैमाने पर अंतिम संस्कार यात्रा निकाली जाएगी, जहां आगे की रस्में होंगी.