China Supported Israel: इजरायल हमास के बीच कभी-कभी संघर्ष वीराम के बाद भी युद्ध जारी है. गाजा में इजरायल डिफेंस फोर्सेस लगातार हमास के लड़ाकों को ढ़ूंढकर उनके खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं. इसी बीच हमास के आतंकियों को चीन से काफी समर्थन मिल रहा है. चीनी सोशल मीडिया पर वहां के नागरिक इनको स्वतंत्रता सेनानी बताते हुए इनका समर्थन कर रहे हैं. 


वॉयस ऑफ अमेरिका (वीओए) की रिपोर्ट के मुताबिक, चीनी इंटरनेट उपयोगकर्ता पिछले दो महीनों से हमास का समर्थन कर रहे हैं और शंघाई स्थित वीडियो-शेयरिंग वेबसाइट बिलिबिली और अन्य चीनी सोशल मीडिया साइटों पर हमास के लड़ाकों के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं.


कैमरे पर लहरा रहे हैं चाकू और राइफल
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स हमास लड़ाकों की तरह कपड़े पहनकर अपनी तस्वीरें शेयर कर रहे हैं. हमास लड़ाके के वेश में एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया, जिसमें वह हरे रंग का हेडबैंड और फिलिस्तीनी झंडा लेकर कैमरे पर चाकू और राइफल लहरा रहा है. 


वॉइस ऑफ अमेरिका के मुताबिक हमास या किसी अन्य सशस्त्र संगठन का हिस्सा होने के बजाय वह चीनी वीडियो प्लेटफॉर्म बिलिबिली पर डिजिटल कंटेंट क्रिएट करता है. इन वीडियो से यह पता चलता है  कि चीन में ज्यादातर लोग हमास को अपनी आजादी की लड़ाई लड़ने वाला संगठन मानते हैं.


हिंसा के समर्थन पर क्या बोला चीनी विदेश मंत्रालय?
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात का आश्वासन दिया था कि चीन का कानून इंटरनेट के माध्यम से उग्रवाद, जातीय घृणा, भेदभाव और हिंसा पर बनाए गये कंटेंट को प्रसारित करने से रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगा लेकिन यहां पर ऐसा होता नहीं दिख रहा है. 


चीन के नागरिक इजरायल के यूरोपीय देशों और अमेरिका के समर्थन होने के कारण हमास के लड़ाकों का समर्थन कर रहा है.


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