Iran Israel War : ईरान ने सीधे तौर पर इजरायल को परमाणु बम के लिए खुली धमकी दी है, जिसकी चारों तरफ चर्चा हो रही है. ईरान का कहना है कि अगर उसके अस्तित्व को खतरा होता है तो वह परमाणु सिद्धांत में बदलाव करेगा. ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई के सलाहकार कमाल खर्राजी ने यह स्टेटमेंट गुरुवार को दिया. उन्होंने कहा, परमाणु बम बनाने का हमारा कोई निर्णय नहीं है, लेकिन अगर ईरान के अस्तित्व को खतरा होता है तो हमारे सैन्य सिद्धांत को बदलने के अलावा कोई विकल्प नहीं होगा. ईरानी मीडिया स्टूडेंट न्यूज नेटवर्क के मुताबिक खर्राजी ने कहा कि जायोनी शासन की परमाणु फैसिलिटी पर हमले की स्थिति में हमारी प्रतिरोधक क्षमता बदल जाएगी. ईरान पहले ही संकेत दे चुका है कि उसके पास ऐसे हथियार बनाने की क्षमता है. ईरान लंबे समय से शांतिपूर्ण न्यूक्लियर प्रोग्राम का दावा करता रहा है. दरअसल, ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामेनेई ने 2000 के दशक में एक फतवा जारी कर परमाणु हथियार बनाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, इसलिए परमाणु सिद्धांत में बदलाव की बातें हो रही हैं.


'परमाणु बम का इस्तेमाल करना हराम'
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने कहा कि परमाणु बम बनाना और उसका भंडारण करना गलत है और इसका इस्तेमाल करना हराम है. हमारे पास परमाणु तकनीक है, लेकिन ईरान ने इससे परहेज किया है. ईरान के तत्कालीन खुफिया मंत्री ने 2021 में कहा था कि पश्चिमी दबाव तेहरान को परमाणु हथियार बनाने के लिए प्रेरित कर सकता है. ईरान यूरेनियम को 60 प्रतिशत शुद्धता तक प्राप्त कर सकता है, जबकि हथियार-ग्रेड यूरेनियम 90 फीसदी तक एनरिच किया जाता है.


इसलिए चल रहा दोनों देशों में विवाद
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के एक मानदंड के मुताबिक, अगर मौजूदा परमाणु सामग्री को और अधिक एनरिच किया जाता है तो यह 2 परमाणु हथियारों के लिए पर्याप्त होगा. ईरान की ओर से यह चेतावनी तब दी गई है, जब अप्रैल में ही दोनों देश आमने-सामने आ गए. दरअसल, अप्रैल की शुरुआत में ईरान ने 300 मिसाइल और ड्रोन के जरिए इजरायल पर हमला किया था. ईरान का कहना था कि इजरायल ने उनके दूतावास पर हमला किया, जिसमें कई लोगों की जानें चली गई थीं, उसके जवाब में ही इजरायल पर मिसाइल दागे गए हैं, तब से लगातार दोनों देशों में विवाद चल रहा है.