भारतीय सेना के कर्नल (रिटायर्ड) शैलेंद्र सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर में सात राफेल गिराए जाने के पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा के दावों की ऐसी धज्जियां उड़ाई हैं कि पाक एक्सपर्ट कुछ नहीं बोल सके. इतना ही नहीं पाकिस्तानी एक्सपर्ट ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को पाकिस्तान का दोस्त मानने से भी इनकार कर दिया. इस पर भी कर्नल शैलेंद्र सिंह ने कमर चीमा की बोलती बंद कर दी.
कमर चीमा ने कर्नल शैलेंद्र सिंह से भारत और अमेरिका की डिफेंस डील पर बात करते हुए राफेल का जिक्र छेड़ दिया. कमर चीमा ने पूछा, '113 यूएस इंजन फाइटर जेट तेजस के लिए आ रहे हैं. पहले भी ये डील हुई थी, लेकिन तब अमेरिका ने ये जेट्स आपको नहीं दिए थे. अब कहा जा रहा है कि 2027 से 2032 तक उम्मीद है कि ये इंजन भारत तक पहुंच जाएंगे. उधर, भारत के सामने मसला ये है कि जो इंडिया के मिग-21 फाइटर जेट्स थे वो रिटायर हो गए हैं. भारत कितना परेशान है इस वक्त क्योंकि पाकिस्तान ने अभी जो जंग हुई, उसमें भारत के जहाज गिराए, राफेल बड़े जेट थे, तो सवाल ये है कि क्या भारत सरकार किसी दबाव में है. आपको याद होगा कि इंडियन एयर चीफ ने ये कहा था कि हमसे ये आरएंडडी करवा लेते हैं, लेकिन हमें चीजें देते नहीं हैं और जब ये चीजें हम तक आती हैं तब तक नई चीजें मार्केट में आ चुकी होती हैं. तो क्या आप सोचते हैं कि इंडियन एयरफोर्स अंडर प्रेशर है क्योंकि पहले इंजन नहीं मिले, मिग-21 रिटायर हो गए कुछ जेट्स शॉट हो गए, तो आपका इस बारे में क्या सोचना है और क्या आपको लगता है कि अमेरिका इस बार इंजन भारत को देगा?
कमर चीमा के इस सवाल पर कर्नल शैलेंद्र सिंह ने उनकी जमकर लताड़ लगाई और इसे मुंगेरी लाल के हसीन सपने बताया. उन्होंने कमर चीमा से कहा कि आपका फेवरेट टॉपिर राफेल है तो पहले इस पर ही बात कर लेते हैं. उन्होंने कहा कि एक वाइल्ड गेस कर दीजिए राफेल के बारे में कि आपने क्या गिराया था. राफेल का टायर गिराया, राफेल का ट्यूब पंक्चर कराया कि क्या किया?
कमर चीमा ने जवाब में कहा, 'भठिंडा, गलियोटा में एक-एक राफेल गिरे थे और दो और जगह भी गिरे थे, इनकी नॉटिकल लॉकेशन भी मैं बता सकता हूं. चार राफेल गिराए थे और एक मिग-29, एक सुखोई-30 और हेरोन यूएवी ड्रोन था.' कर्नल ने तंज कसते हुए उनसे कहा कि टोटल भी बता दीजिए क्योंकि पाकिस्तान का एजुकेशन सिस्टम थोड़ा कमजोर है तो आप थोड़ा अच्छे से कैलकुलेट कर लीजिए. जिस पर कमर चीमा ने कहा कि सात गिराए थे.
पाक एक्सपर्ट के जवाब पर कर्नल शैलेंद्र सिंह ने कहा, 'तो फिर आपकी आईएसआई ने आपकी क्रिकेट टीम को झूठ क्यों बोला कि 6-0 बोलना. आपकी क्रिकेट टीम लाइव टेलीकास्ट में 6-0 का इशारा कर रही थी और इसमें आप कोई झूठ इसलिए नहीं बोल सकते हैं क्योंकि ये लाइव कवरेज हुई है.' जब कर्नल ने उन्हें घेरना शुरू कर दिया तो कमर चीमा ने कहा कि प्राइम मिनिस्टर इज द अल्टीमेट अथॉरिटी. कल उन्होंने अजरबैजान की डिफेंस डे स्पीच में भी सात ही बोले.
एशिया वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान के एक मैच में पाक क्रिकेट टीम के बॉलर हारिस रऊफ फील्ड में 6-0 का इशारा करते और हाथ से हवाई जहाज उड़ाते हुए नजर आए थे, जिस पर भारत ने ऐतराज जताया था. इस हरकत पर आईसीसी ने 4 नवंबर को हारिस रऊफ को दो मैच के लिए सस्पेंड भी कर दिया है.
कर्नल ने कमर चीमा के जवाब पर कहा, 'तो क्या डोनाल्ड ट्रंप झूठ बोल रहे हैं कि आठ जहाज गिरे थे.' इस पर कमर चीमा ने कहा कि आप ही ट्रंप से पूछिए, वो आपके दोस्त हैं तो कर्नल ने उनसे कहा कि जब आपका मन करता है तो अमेरिका को अपना दोस्त बता देते हैं और जब मन करता है भारत के दोस्त बता देते हैं. कर्नल ने कहा कि अगर ट्रंप भारत के दोस्त हैं तो वह लंच में खाना आपको क्यों खिला रहे थे.
कर्नल ने पाकिस्तानी एक्सपर्ट से कहा, 'आप ही अपने पिछले शोज में कह रहे हैं कि अमेरिका हमारा है, रेयर अर्थ हमारा है. आपके एक लेटेस्ट शो में आप यह भी कह रहे थे कि अमेरिका हमारा तेल भी निकालेगा और यही बात जब मैंने आपको कह दी थी तो आप बुरा मान जाते हो.'
कर्नल शैलेंद्र सिंह ने कहा, 'कमर चीमा आपने मुझे एक बार राफेल के तीन टेल नंबर भी गिनवाए थे और दावा किया था कि ये उन राफेल एयरक्राफ्ट के टेल नंबर हैं, जिन्हें पाकिस्तान ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान गिराया, लेकिन मैंने आपके ये दावे भी झूठे साबित कर दिए. मैंने प्रूफ कर दिया कि एक इंटरनेशनल एक्सरसाइज में वो तीनों टेल नंबर उड़ते हुए दिखाई दिए, वो भी दूसरे देश में. अगर भारत में होते तो आप बोल देते कि झूठ बोल दिया. वो तो एक तीसरे देश में थे जहां पर एक्सरसाइज चल रही थी.'
कर्नल शैलेंद्र सिंह ने कमर चीमा को सलाह दी कि वह अमेरिकी मेक्सार कंपनी से सैटेलाइट इमेज मंगवा लें. मैक्सार कंपनी सैटेलाइट इमेज बेचती है. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान में सेना के इशारों पर नाचने वाली सरकार है. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तान में रिमोट कंट्रोल गवर्मेंट है, जिसका रिमोट सेना के पास है. अगर ऐसा नहीं होता तो आर्मी चीफ आसिम मुनीर क्यों गए अमेरिका में रेयर अर्थ मटीरियल बेचने के लिए. ट्रंप के साथ लंच पर मुनीर क्यों गया.आजादी से अब तक का आप अपना इतिहास देख लो कि क्या वहां डेमोक्रेटिकली इलेक्टेड प्राइम मिनिस्टर सरकार में पांच साल जिंदा रह पाया है या नहीं.'