Pakistan: पाकिस्तान की जेल में बंद एक भारतीय कैदी की मौत हो गई है. उसे 199 भारतीय मछुआरों के साथ रिहा किया जाना था. इन मछुआरों को जल क्षेत्र में अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें पाकिस्तान भारत को सौंपने की तैयारी में है. मृतक कैदी भी भारत आने वाला था इससे पहले उसकी मौत हो गई. 


भारतीय मछुआरों को रिहा किए जाने की पुष्टि सिंध जेल और सुधार विभाग के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी काजी नजीर ने की है. उन्होंने बताया कि उन्हें संबंधित सरकारी मंत्रालयों द्वारा 199 मछुआरों को शुक्रवार को रिहा करने और उन्हें उनके देश भेजने की तैयारी करने के लिए कहा गया है.


199 भारतीय मछुआरों को किया जा रहा है रिहा 


पुलिस अधिकारी के अनुसार, जेल में बंद मछुआरों को रिहा कर पहले लाहौर भेजा जाएग, जिसके बाद उन्हें वाघा बॉर्डर पर भारतीय अधिकारियों को सौंपा जाएगा. ये मछुआरे फिलहाल पाकिस्तान के लांधी जेल में बंद हैं. मृतक भारतीय मछुआरे का नाम जुल्फिकार बताया जा रहा है जो कि एक भारतीय नागरिक है. पाकिस्तान के अधिकारी के अनुसार, जुल्फिकार की बीमारी के कारण उसे कराची के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. जुल्फिकार की मौत फेफड़ों में संक्रमण के कारण हुई है. 


पाकिस्तान के जेलों की हालत बेहद ख़राब 


भारतीय कैदियों को मदद पहुंचाने वाले एक ट्रस्ट के एक अधिकारी ने दावा किया कि जुल्फिकार की मौत जेल की असुविधाओं के कारण हुआ. ट्रस्ट के अधिकारी ने अनुसार, लांधी और मलीर जेल में भारतीय कैदियों के साथ बेहद ही बुरा बर्ताव होता है. यहां बीमार कैदियों को नियमित रूप से समुचित इलाज के लिए संघर्ष करना पड़ता है. जेल में बंद कैदियों को समय पर इलाज नहीं मिल पाता, जिससे उनकी बीमारी गंभीर होती चली जाती है. 


अधिकारी के अनुसार, जेल में डॉक्टरों और स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहद कमी है. यही वजह से कि आए दिन इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, मौजूदा समय में 631 भारतीय मछुआरे और एक अन्य कैदी जेल की सजा पूरी करने के बावजूद कराची की लांधी और मलीर जेल में बंद हैं. 


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