अमेरिका में भारतीय मूल के एक सांसद राजा कृष्णमूर्ति और फ्लोरिडा के नस्लवादी नेता चैंडलर लैंगेविन के बीच हाल ही में एक तीखी नोकझोंक देखने को मिली है. फ्लोरिडा के नेता चैंडलर लैंगेविन ने कुछ दिनों पहले घात लगाकर भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति के नाम का मजाक उड़ाया था. चैंडलर ने कहा था कि राजा कृष्णमूर्ति का नाम उच्चारण करने के लायक नहीं है. जिसके बाद राजा कृष्णमूर्ति ने उनकी बयान की कड़ी आलोचना की.
भारतीय मूल के अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने फ्लोरिडा के नेता चैंडलर के इस मजाक को बेहद सहजता से लिया और पलटवार करते हुए लैंगेविन से कहा, ‘अगर राजा कृष्णमूर्ति कहना आपके लिए बहुत ज्यादा मुश्किल है तो आप मुझे सिर्फ राजा ही बुला सकते हैं. लेकिन भारतीयों से बेपनाह नफरत के लिए चैंडलर लैंगेविन को सिर्फ नस्लवादी ही बुलाया जा सकता है.’
कौन है फ्लोरिडा का नेता चैंडलर लैंगेविन?
फ्लोरिडा का नेता चैंडलर लैंगेविन पाम बे नगर परिषद (पाम बे सिटी काउंसिल) के एक सदस्य हैं, जो भारतीय मूल के लोगों के खिलाफ अपने अभद्र बयानों के लिए सुर्खियों में बने रहते हैं. चैंडलर का कहना है कि अमेरिका में रहने वाले भारतीय लोग सिर्फ अपने देश के फायदे के बारे में सोचते हैं और इसलिए उन्हें अमेरिका से बाहर कर देना चाहिए.
लैंगेविन के इस बयान के बाद अमेरिका में भारी विवाद शुरू हो गया था. और तो और हालात यहां तक पहुंच गए थे कि सिटी काउंसिल ने लैंगेविन को परिषद से बर्खास्त करने के लिए वोटिंग तक कर दी थी. वहीं, इस मामले पर लैंगेविन ने कहा था कि वह एक बड़ी बहस शुरू करना चाहते थे और उनका उद्देश्य उन भारतीय-अमेरिकी लोगों पर निशाना साधना नहीं था, जो अमेरिका के विकास में योगदान दे रहे है. बल्कि उनका निशाना अवैध अप्रवासियों पर था.
हालांकि, चैंडलर लैंगेविन ने विशेष रूप से निशाना लगाकर राजा कृष्णमूर्ति पर हमला बोला और उनके भारतीय नाम का मजाक उड़ाया. जिसके बाद राजा कृष्णमूर्ति ने लैंगेविन के बयान की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि जब नफरत फैलाने वाली बातों को बेहद आम मान लिया जाता है, समुदायों को बलि का बकरा समझा जाता है, तो ऐसे कृत्यों से हमारा लोकतंत्र पूरी तरह से कमजोर हो जाता है.’
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