सिंगापुर में भारतीय मूल के इमिग्रेशन अधिकारी को मिली सजा, यात्रा पास बनाने के लिए आवेदकों के साथ करता था घिनौना काम
Singapore Court: सिंगापुर अदालत के दस्तावेजों में साल 2022 और 2023 की उन घटनाओं का भी जिक्र है, जिसमें 55 वर्षीय सिंगापुर के अधिकारी को इसी तरह के तीन समान मामलों में पहले भी सजा सुनाई जा चुकी है.

सिंगापुर में भारतीय मूल के एक इमिग्रेशन अधिकारी को गुरुवार (11 सितंबर, 2025) को 22 महीने के लिए जेल की सजा सुनाई गई है. इमिग्रेशन अधिकारी पर आरोप है कि वह यात्रा पास बनवाने के लिए आए आवेदकों से यौन संबंध बनाने की मांग करता था.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सिंगापुर की एक मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कहा कि भारतीय मूल के सिंगापुर के इमिग्रेशन अधिकारी ने कथित तौर पर लोगों को यात्रा पास दिलाने में मदद के बदले यौन संबंध बनाने की मांग की थी.
अधिकारी पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप
सिंगापुर के इस अधिकारी की पहचान कन्नन मॉरिस राजगोपाल जयराम के रूप में की गई है, जो इमिग्रेशन एंड चेकप्वॉइंट्स अथॉरिटी (ICA) में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत था. इस मामले में कन्नन के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं, जिसमें कहा गया कि उसने शॉर्ट-टर्म यात्रा आवेदनों को पास कराने के बदले में यौन संबंधों के रूप में आवेदकों का अवैध फायदा उठाया.
आरोपी ने कई युवाओं का किया शोषण
पीटीआई ने चैनल न्यूज एशिया के हवाले से कहा, ‘अभियोजन पक्ष ने इमिग्रेशन अधिकारी पर आरोप लगाया कि उसने कई युवा विदेशियों का शोषण किया है. हमारी सीमाओं के संरक्षक और सिंगापुर के निष्पक्ष जनप्रतिनिधि के तौर पर काम करने के बजाए आरोपी ने इन युवा विदेशियों का शोषण किया. यह एक बेहद भयानक और हैरान करने वाला मामला है.’
अधिकारी को पहले कई मामलों में सुनाई जा चुकी है सजा
चैनल रिपोर्ट के मुताबिक, सिंगापुर अदालत के दस्तावेजों में साल 2022 और 2023 की उन घटनाओं का भी जिक्र है, जिसमें 55 वर्षीय सिंगापुर के अधिकारी को इसी तरह के तीन समान मामलों में पहले भी सजा सुनाई जा चुकी है. इसमें 25 से 30 साल की उम्र के वो भारतीय छात्र भी शामिल थे, जो पढ़ाई करने के लिए सिंगापुर आए थे. वहीं, ICA के मुताबिक, अधिकारी के खिलाफ साल 2023 में एक मामला दर्ज किया गया था और उसी साल अप्रैल महीने में उसे ड्यूटी से सस्पेंड भी कर दिया गया था.
भ्रष्टाचार के तीन आरोपों में पाए गए दोषी
कन्नन सिंगापुर के इमिग्रेशन विभाग में वीजा एक्सटेंशन के आवेदनों पर कार्रवाई करने वाली टीम की निगरानी के लिए जिम्मेदार अधिकारी थे, जिन्हें भ्रष्टाचार के तीन आरोपों में दोषी पाया गया. हालांकि, शॉर्ट-टर्म वीजा एक्सटेंशन के लिए कई दिशा-निर्देश मौजूद थे, लेकिन कन्नन के अधीन काम करने वाले अधिकारी किसी भी मुश्किल स्थिति में अक्सर उनसे सलाह लेते थे और कन्नन अपने विवेक के आधार पर आवेदनों को मंजूरी दे सकते थे या उन्हें खारिज कर सकते थे.
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Source: IOCL
























