नयी दिल्ली: सीरिया के राष्ट्रपति बसर अल-असद ने कहा है कि युद्ध प्रभावित देश के पुनर्निर्माण में भूमिका निभाने के लिए भारत का स्वागत है. उन्होंने यह भी कहा कि भारत और सीरिया आतंक के पीड़ित हैं और उन्हें इस समस्या के खिलाफ लड़ाई में एक-दूसरे का समर्थन करना चाहिए.


उन्होंने कहा, ‘‘सीरिया के पुनर्निर्माण में आर्थिक भूमिका निभाने के लिए भारत का स्वागत है. इसे (पुनर्निर्माण) हमने पहले ही शुरू कर दिया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने दमिश्क में यह परियोजना शुरू की और अब हम सीरिया के ज्यादातर शहरों में इस परियोजना का विस्तार कर रहे हैं. बेशक, इन शहरों को ISIS, अल नुसरा और उन आतंकी समूहों से मुक्ति दिलाने के बाद परियोजना का विस्तार कर रहे हैं. हम किसी भी भारतीय कंपनी का स्वागत करेंगे.’’

इसी से जुड़े एक प्रेस रिलीज़ के अनुसार आतंक के खिलाफ लड़ाई के मुद्दे पर असद ने कहा कि भारत और सीरिया एक-दूसरे से सीख सकते हैं और आतंकवाद के खिलाफ ‘सही अलायंस’ बनाने की दिशा में काम करेंगे. असद ने सीरिया के युद्ध पर भारत के रुख को अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र (यूएन) चार्टर के अनुसार और उन देशों से स्वतंत्र बताया जिन्होंने भारत पर सीरिया के साथ सभी संबंध तोड़ लेने का दबाव बनाया था.