India Helps Kiribati: भारत ने शनिवार (22 मार्च, 2025) को किरिबाती को छह बिस्तरों वाली कंटेनर बेस्ड डायलिसिस यूनिट की एक खेप भेजी. मध्य प्रशांत महासागर में स्थित इस द्वीप देश की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत करने में मदद के लिए नई दिल्ली ने यह कदम उठाया है.

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विदेश मंत्रालय ने एक्स पर पोस्ट किया, "प्रशांत द्वीप समूह परिवार के साथ खड़े होकर किरिबाती की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को मजबूत बनाने में मदद करना. एफआईपीआईसी-3 शिखर सम्मेलन में की गई भारत की प्रतिबद्धता को पूरा करता है. छह बेड वाली कंटेनर-बेस्ड डायलिसिस यूनिट की एक खेप मुंद्रा पोर्ट से तरावा, किरिबाती के लिए रवाना हुई".

एफआईपीआईसी की मदद से बने गहन संबंध 

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मई 2023 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पापुआ न्यू गिनी के उनके समकक्ष जेम्स मारपे ने पोर्ट मोरेस्बी में फोरम फॉर इंडिया पैसिफिक आइलैंड्स कोऑपरेशन (एफआईपीआईसी) के तीसरे शिखर सम्मेलन की सह-मेजबानी की थी. यह अनूठा मंच भारत और 14 प्रशांत द्वीप देशों को एक साथ लाता है, जिसमें कुक आइलैंड्स, फिजी, किरिबाती, मार्शल आइलैंड्स, फेडरेटेड स्टेट्स ऑफ माइक्रोनेशिया, नियू, रिपब्लिक ऑफ नाउरू, पलाऊ, पापुआ न्यू गिनी, समोआ, सोलोमन आइलैंड्स, टोंगा, तुवालु और वानुअतु शामिल हैं. एफआईपीआईसी की शुरूआत 2014 में प्रधानमंत्री मोदी की फिजी यात्रा के दौरान की गई थी और इसने प्रशांत द्वीप देशों (पीआईसी) के साथ भारत के संबंधों को गहन बनाने में मदद की है.

कोविड काल में भी भारत ने की थी किरिबाती की मददयह पहली बार नहीं है जब भारत ने किरिबाती की मदद की हो. वर्ष 2022 में, प्रशांत द्वीप देश में कोविड-19 के पहले प्रकोप के प्रबंधन में सहायता के लिए भारत सरकार ने पीपीई और दवाओं से युक्त चिकित्सा आपूर्ति की एक खेप किरिबाती भेजी थी.

भारत की तरफ से भेजी गई राहत सामग्री में पल्स ऑक्सीमीटर, वीटीएम के साथ स्वाब, स्वाब के लिए नमूना बैग, पीपीई किट (सर्जिकल मास्क, दस्ताने, एन-95 मास्क, शू कवर, हेयर कैप) और आपातकालीन कोविड-19 दवा आपूर्ति शामिल थी.

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