UN Development Assistance: समोआ की प्रधानमंत्री फियामे नाओमी मताफा ने न्यूयॉर्क में 'इंडिया-यूएन फॉर ग्लोबल साउथ: डिलीवरिंग फॉर डेवलपमेंट' प्रोग्राम को संबोधित किया. यहां फियामे नाओमी मताफा ने कहा कि भारत की डेवलपमेंट असिस्टेंस (वित्तीय सहायता) ने समोआ की विकास यात्रा को आसान बनाया है. उन्होंने बताया कि कैसे भारत की संयुक्त राष्ट्र डेवलपमेंट पार्टनरशिप फंड की वजह से विकासशील देशों में बदलाव की सतत विकास शुरू की गईं. 


संबोधन के दौरान उन्होंने कहा, "मुझे यह बताते हुए काफी खुशी हो रही है कि कैसे भारत की विकास सहायता के बदौलत समोआ की विकास यात्रा को एक नई उड़ान मिली है और इस वजह से देश में विकास काफी सुविधाजनक हो गई है."


फियामे नाओमी ने कहा कि यह फंड दक्षिण-दक्षिण सहयोग के सिद्धांतों पर आधारित है. इसके साथ ही फंड समानता, स्थानीय क्षमता के विकास और पारस्परिक लाभ को प्राथमिकता देता है. समोआ की प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत और समोआ के बीच स्वास्थ्य, सूचना प्रौद्योगिकी द्विपक्षीय योगदान रहा है.


भारत और समोआ के बीच पहली विदेश कार्यालय परामर्श एफ ओ सी बैठक गुरुवार को आपिया में हुई. विदेश मंत्रालय के पूर्वी क्षेत्र के सचिव सौरभ कुमार और विदेश मंत्रालय के मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी और समोआ व्‍यापार मंत्रालय की मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी  पेसेता नोमिया सिमी ने इस बैठक की अध्‍यक्षता की थी. दोनों पक्षों ने स्‍वास्‍थ्‍य, सूचना और दूरसंचार प्रौद्योगिकी, शिक्षा, लघु तथा मध्‍यम उद्यम और क्षमता वर्धन जैसे क्षेत्रों में विकास साझेदारी सहित द्विपक्षीय संबंधों पर विस्‍तार से चर्चा की.


कहां बसा है समोआ?


समोआ मध्य दक्षिण प्रशांत महासागर में के सबसे पश्चिमी द्वीप देशों में से एक है. पोलिनेशियन यहां के मूल निवासी हैं. आसपास कई द्वीपों से घिरा ये देश कई आर्थिक संकटों से जुझ रहा है. समोआ की स्थानीय सरकार 11 प्रशासनिक जिलों में 360 से अधिक गांवों की ज़िम्मेदारी है. इस देश में खान-पान की ज्यादा चीजें आयात की जाती है.


ये देश तब खूब चर्चा में आया था जब देश में पहली महिला प्रधानमंत्री फियामे नाओमी मताफा संसद में प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने पहुंची थी और संसद में ताला लगा दिया गया था, फिर उन्होंने संसद की गार्डन के एक टेंट में पद और गोपनीयता की शपथ ली थी.


भारत के साथ कैसे हैं रिश्ते?


भारत और समोआ के बीच 1970 में द्विपक्षीय संबंध स्थापित हुए. तब भारत न्यूजीलैंड के बाद दूसरा देश था जिसने समाओ के साथ संबंध स्थापित किए थे. भारत और समोआ के बीच द्विपक्षीय व्यापार 2015-16 में कुल 4.68 मिलियन अमेरिकी डॉलर था, जो पिछले वित्त वर्ष में 3.66 मिलियन डॉलर था.


भारत ने समोआ को 2.22 मिलियन डॉलर का सामान निर्यात किया और 2.46 मिलियन डॉलर का आयात किया. भारत की ओर से समोआ को निर्यात की जाने वाले सामानों में प्लास्टिक और प्लास्टिक के सामान, चीनी और कन्फेक्शनरी और इलेक्ट्रिकल मशीनरी और उपकरण शामिल हैं. समोआ से भारत में आयात की जाने वाले सामान में  इलेक्ट्रिकल मशीनरी और बेस मेटल प्लास्टिक के सामान हैं.


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