अमेरिकी सीनेट में हाल ही में एक नया विधेयक पेश किया गया है, जिसमें फेंटानिल ड्रग के खतरे से निपटने के उपायों बताए गए हैं. इस देश में फेंटानिल और अन्य सिंथेटिक ड्रग्स की तस्करी की समस्या इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि अब इसे बड़ी सार्वजनिक स्वास्थ्य आपदा माना जा रहा है.
इस बीच अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट ने एक नई सनसनीखेज जानकारी दी है, जिसने दुनियाभर के ध्यान को अपनी तरफ खींच लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, चीन और भारत दोनों मिलकर फेंटानिल जैसी घातक दवाओं के उत्पादन के लिए जरूरी कच्चे माल की सप्लाई कर रहे हैं.
रिपोर्ट में क्या है दावा
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की वार्षिक खतरे का मूल्यांकन (ATA) रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि चीन और भारत दोनों ही अवैध फेंटानिल उत्पादन में तस्करी करने वाले अपराधी संगठनों को रसायन और उपकरण सप्लाई कर रहे हैं.
पिछले कुछ सालों में फेंटानिल से जुड़े मामले अमेरिका में तेजी से बढ़े हैं और इसका असर जानलेवा साबित हो रहा है. रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि 2024 तक इस तस्करी के कारण 52,000 से ज्यादा अमेरिकी नागरिकों की मौत हो चुकी है.
रिपोर्ट के मुताबिक, 'चीन और मेक्सिको से अमेरिका में फेंटानिल ड्रग की तस्करी पहले से ही होती रही है लेकिन भारत का नाम इस लिस्ट में पहली बार टॉप पर आया है. यह पहली बार है जब अमेरिका ने भारत को चीन के समान स्तर पर रखा है. पिछले साल तक भारत का नाम इस तस्करी में काफी पीछे था.' यह रिपोर्ट तब आई है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेंटानिल तस्करी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का वादा किया था.
क्या है फेंटानिल और क्यों है खतरनाक
फेंटानिल एक सिंथेटिक ओपियोइड है, जिसे मुख्य रूप से गंभीर दर्द के इलाज के लिए मेडिकल क्षेत्र में प्रयोग किया जाता है. यह मॉर्फिन से लगभग 100 गुना ज्यादा शक्तिशाली होता है और इसका इस्तेमाल केवल डॉक्टर की निगरानी में ही किया जाता है. हालांकि, जब इसका इस्तेमाल गैर-कानूनी तरीके से किया जाता है, तो यह अत्यधिक खतरनाक साबित हो सकता है.
यह ड्रग तस्करी के जरिए अवैध रूप से बेची जाती है, और इसके अत्यधिक सेवन से ओवरडोज के मामले बढ़ गए हैं. फेंटानिल का सेवन शरीर को बहुत जल्दी प्रभावित करता है, जिससे सांस रुकने या दिल का दौरा पड़ने जैसी जानलेवा स्थितियां हो सकती हैं. इसके ज्यादा नशे की लत के कारण लोग इसका सेवन बढ़ा देते हैं, जिससे उनकी जान का खतरा और भी बढ़ जाता है. यही कारण है कि यह ड्रग दुनिया भर में एक बड़ी स्वास्थ्य आपदा बन चुकी है.