बचपन की यादें और आदतें आसानी से पीछा नहीं छोड़तीं. उम्र के हर दौर और हर पड़ाव पर उसका साया हमेशा साथ रहता है. इस की यादें कई खूबसूरत पलों का गवाह बनती हैं मगर बात जब लूडो की हो तो दोस्तों के साथ खेले जानेवाले खेल की याद हमेशा सताती है. यही वजह है कि क्वॉरन्टीन के दौर में लोग बचपन के खेल को मनोरंजन और समय बिताने का बेहतरीन साधन मान रहे हैं.
क्वॉरन्टीन के समय बचपन की यादों का सहारा लूडो खेल का चलन कोरोना वायरस के कारण पैदा हुई स्थिति के बीच मोबाइल फोन पर बढ़ गया है. सोशल मीडिया यूजर घरों में रहते हुए अपनी गतिविधियों को शेयर करने लगे हैं. पारंपरिक खेल लूडो के डिजिटल वर्जन को अपने टाइमलाइन पर साझा कर लोगों ने अपनी नई व्यस्तता ढूंढ निकाली है. राहुल शर्मा नाम के ट्वीटर यूजर ने लूडो एप्लीकेशन की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "लूडो भी यही कहता है स्मार्टली खेलो और जीतो."
लूडो के डिजिटल वर्जन पर लोग बिता रहे समय बॉलीवुड कलाकार सतीश कौशिक ने भी एक वीडियो लूडो खेलते हुए शेयर किया है. उन्होंने कैप्शन में घर पर रहने की सलाह देते हुए बाहर निकलने से मना किया है. साथ ही लूडो को रोचक खेल बताते हुए सेल्फ क्वॉरन्टीन के समय मनोरंजन का बेहतरीन साधन बताया है.
अन्य ट्वीटर यूजर ने लिखा है, "मैं हर साल चंद हफ्तों के लिए एक लूडो स्टार फेज से गुजरती हूं और इस बार ये फिर हो रहा है."