इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत पर फिर से द्विपक्षीय बातचीत से बाहर जाने का आरोप लगाया है. इमरान का दावा है कि भारत में चंद महीनों बाद आम चुनाव होना है और इसी के मद्देनजर लोगों को पाकिस्तान के खिलाफ भड़काया जा रहा है. उन्होंने ये भी कहा कि भारत को कश्मीरियों का हक नहीं कुचलने देंगे. जियो न्यूज की मंगलवार की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान ने ये बयान तुर्की के समाचार प्रसारक 'टीआरटी' के साथ बातचीत के दौरान दिया.

साक्षात्कार में इमरान ने कहा कि दो परमाणु संपन्न पड़ोसी देश द्विपक्षीय मुद्दों के प्रस्ताव पर युद्ध के जरिए पहुंचे, यह आत्महत्या जैसी बात होगी. इमरान खान ने कहा, "दोनों देश शीतयुद्ध बर्दाश्त नहीं कर सकते." पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बीते सप्ताह दो दिन के दौरे पर तुर्की में थे. उन्होंने दावा किया कि देश में होने वाले आम चुनाव की वजह से भारत कई बार द्विपक्षीय बातचीत से बाहर चला गया.

उनके मुताबिक, "हमने भारत से कहा कि अगर वो एक कदम बढ़ाते हैं तो हम दो कदम बढ़ाएंगे. लेकिन पाकिस्तान की तरफ से बातचीत की पेशकश को भारत कई बार खारिज कर चुका है." कश्मीर मुद्दे पर बातचीत करते हुए इमरान खान ने क्षेत्र में मानवाधिकार उल्लंघन के लिए भारत की निंदा की. इमरान ने कहा, "वो कश्मीरियों के आजादी के इन्किलाब को दबाने में कभी सफल नहीं होंगे." इमरान ने हालांकि यह भी कहा कि कश्मीर के मसले का हल दो पड़ोसियों के बीच बातचीत से ही निकल सकता है.

आपको बता दें कि उरी सेक्टर में पाकिस्तानी आतंकियों द्वारा भारत के जवानों की हत्या के बाद भारत ने पाकिस्तान से द्विपक्षीय बातचीत बंद कर दी है. भारत का कहना है कि धमाकों के बीच बातचीत की आवाज़ सुनाई नहीं देती. भारत की मांग है कि पाकिस्तान को पहले आतंकवादी गतिविधियां बंद कर देनी चाहिए. ऐसे करने के बाद ही बातचीत संभव है. हालांकि, पाकिस्तान आतंक पर तो लगाम लगाने में सफल नहीं हो पा रहा लेकिन भारत के साथ बातचीत के लिए हरसंभव दांव-पेच लगा रहा है.

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