अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने भारत को ग्लोबल इकोनॉमी का प्रमुख विकास इंजन करार दिया. उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब वैश्विक अर्थव्यवस्था अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से लगाए गए टैरिफ से जूझ रही है.
ग्लोबल इकोनॉमी के लिए इंजन बना रहेगा भारत: IMF
अगले सप्ताह वाशिंगटन में होने वाली आईएमएफ और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से पहले क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा, "वैश्विक विकास के पैटर्न पिछले कुछ सालों में बदल रहे हैं. विशेष रूप से आईएमएफ की मैनेजिंग डायरेक्टर जॉर्जीवा ने कहा कि चीन की ग्रोथ रेट में लगातार गिरावट आ रही है, जबकि भारत एक प्रमुख विकास इंजन के रूप में विकसित हो रहा है." इससे साफ है कि ट्रंप के टैरिफ का असर भारत पर नहीं पड़ने वाला है.
अगले दो साल कैसा रहेगा ग्रोथ रेट?
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा, "इस साल और अगले साल विकास दर थोड़ी धीमी रहने की उम्मीद है, जिसे अमेरिका और भारत सहित प्रमुख उभरती अर्थव्यवस्थाओं के उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन से बल मिलेगा. मौजूदा अर्थव्यवस्था ने कई तनाव को झेला है.
दुनिया अब तक ट्रेड वॉर में उलझने से बची है: IMF
जॉर्जीवा ने ट्रंप की व्यापार नीतियों को कमतर आंकते हुए कहा कि दुनिया अब तक ट्रेड वॉर में उलझने से बची हुई है. उन्होंने बताया कि अमेरिका की टैरिफ दर अप्रैल के 23 फीसदी से घटकर आज 17.5 फीसदी हो गई है, हालांकि प्रभावी दर बाकी दुनिया से कहीं ज्यादा है. इसके बावजूद उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, "इन टैरिफ का पूरा असर अभी सामने आना बाकी है. ग्लोबल इकोनॉमी में गड़बड़ी का अभी पूरी तरह से परीक्षण नहीं हुआ है."
भारत ने संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से लगाए गए 50 फीसदी टैरिफ के प्रभाव को भी कम करके आंका है. पिछले हफ्ते केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत घरेलू खपत और निवेश के बल पर विकास कर रही है. उन्होंने आगे कहा कि बाहरी झटकों का देश के विकास पथ पर सीमित प्रभाव पड़ेगा.
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