Qatar Currency In Indian Rupee: कतर, एक मध्य पूर्व में स्थित इस्लामिक देश है. ये अपनी मजबूत अर्थव्यवस्था और समृद्ध तेल व गैस संसाधनों के लिए प्रसिद्ध है. यहां की करेंसी को कतरी रियाल (QAR) कहा जाता है, जिसकी वैल्यू भारतीय रुपये के मुकाबले काफी अधिक है. वाइस डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, एक कतरी रियाल की कीमत भारतीय रुपये में 23.95 रुपये के बराबर होती है. कतर की करेंसी को कतर सेंट्रल बैंक की ओर से नियंत्रित और जारी किया जाता है, जो देश की अर्थव्यवस्था की मजबूती देता है.

कतरी रियाल और भारतीय रुपये के बीच करेंसी एक्सचेंज रेट में बड़ा अंतर है. कतर की करेंसी भारत के मुकाबले कहीं अधिक कीमती है. इससे यह पता चलता है कि अगर कोई व्यक्ति कतर में जाकर काम करता है तो वह भारत में ज्यादा पैसा कमा सकता है. उदाहरण के तौर पर, अगर कोई भारतीय 1 लाख कतरी रियाल कमाता है, तो उसकी कीमत भारत में आकर लगभग 23 लाख रुपये हो जाएगी. इस विनिमय दर से भारतीय कामगारों को कतर में रोजगार करने का आकर्षण काफी बढ़ जाता है.

कतर में भारतीय समुदायकतर में भारतीय प्रवासी बड़ी संख्या में रहते हैं और वहां के विभिन्न उद्योगों में काम करते हैं. भारतीय विदेश मंत्रालय के 2022 के आंकड़ों के अनुसार, कतर में लगभग 8 लाख भारतीय रहते हैं. भारतीयों की इतनी बड़ी संख्या में उपस्थिति यह दर्शाती है कि कतर में भारतीय कामगारों की मांग हमेशा से रही है. भारतीय प्रवासी वहां निर्माण, स्वास्थ्य सेवा, प्रौद्योगिकी और अन्य विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे हैं.

कतर और भारत के बीच ऐतिहासिक संबंधभारत और कतर के बीच ऐतिहासिक रूप से मजबूत कूटनीतिक संबंध रहे हैं. दोनों देशों के बीच 1970 के दशक में कूटनीतिक रिश्ते स्थापित हुए थे. तब से, भारत और कतर के बीच व्यापारिक, आर्थिक और सांस्कृतिक संबंध लगातार मजबूत होते गए हैं. कतर में भारतीय कामगारों की उपस्थिति भी इन संबंधों को और गहरा करती है. इसके अलावा, भारत और कतर के बीच विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी सहयोग होता रहा है, जो दोनों देशों के घनिष्ठ संबंधों का प्रतीक है.

भारत और कतर के आर्थिक संबंधकतर और भारत के बीच का आर्थिक संबंध तेल और गैस के क्षेत्र में विशेष रूप से मजबूत है. कतर, भारत के लिए प्राकृतिक गैस का एक महत्वपूर्ण आपूर्तिकर्ता है, जबकि भारत कतर के लिए वस्त्र, खाद्य उत्पादों और श्रमशक्ति का प्रमुख स्रोत है. इस तरह दोनों देशों के बीच व्यापार और सहयोग की कई संभावनाएं हैं, जो भविष्य में और भी बढ़ सकती हैं.