Gallup Survey on Joe Biden: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) की लोकप्रियता उनके अपने देश में भले ही कम हुई हो, लेकिन भारत (India) में उनकी लोकप्रियता बढ़ी है. पिछले साल रूस यूक्रेन जंग (Russia Ukraine War) छिड़ने के बाद बाइडेन ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिनके चलते भारत में अमेरिकी नेतृत्व की लोकप्रियता में इजाफा हुआ है. यह दावा है वैश्विक स्तर पर सर्वे कराने वाली एजेंसी गैलप (Gallup Inc) का.
गैलप की ओर से बताया गया है कि उसने अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस, जर्मनी जैसे 137 देशों में अमेरिकी नेतृत्व को लेकर एक सर्वे किया. जिसमें भारत उन देशों में से 11वां था, जहां बाइडेन प्रशासन की लोकप्रियता बढ़ी है. ऐसे अन्य देशों में पोलैंड (30 अंक ऊपर), यूक्रेन (29 अंक ऊपर) और इजराइल (15 अंक ऊपर) शामिल थे. गैलप के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के कार्यकाल के दूसरे वर्ष में अमेरिकी नेतृत्व की मंजूरी 2022 में भारत में दोहरे अंकों में बढ़ गई, यह वो वक्त था जब भारत सरकार यूक्रेन संकट पर रूस की निंदा और उसे अलग-थलग करने के लिए अमेरिका और यूरोप के दबाव में आई थी. हालांकि इससे भारत में अमेरिकी नेतृत्व की लोकप्रियता घटनी चाहिए थी, लेकिन यह 2021 के 11% से बढ़कर 2022 में 49% हो गई. माना जा रहा है कि भारत में बाइडेन को चाहने वालों की संख्या में उछाल तब आया, जबकि रूस और चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच बाइडेन प्रशासन द्वारा भारत को करीब लाने के प्रयासों को बढ़ावा दिया गया.
'अमेरिका सबसे बड़ी और भारत 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी'52 वर्षीय एरिक गार्सेटी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के करीबी माने जाते हैं. वह बाइडन के चुनावी अभियान के सह अध्यक्ष रहे हैं. वह अब भी बाइडेन के अहम राजनीतिक सहयोगी हैं. हाल में ही एरिक गार्सेटी ने भारत अमेरिका के संबंधों को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने भारत और अमेरिका के संबंधों को दुनिया के भविष्य के लिए बेहद अहम बताया. उन्होंने कहा कि दोनों देश कई मुद्दों पर साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ. बकौल एरिक गार्सेटी, 'अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी और भारत 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है.' उन्होंने कहा, 'हमें दोनों देशों के लोग आपस में जोड़ते हैं और हम साथ मिलकर 21वीं सदी को नई दिशा दे सकते हैं.'
अपने संबोधन में एरिक गार्सेटी ने यह भी कहा था कि जब उनकी राष्ट्रपति (जो बाईडेन) से मुलाकात हुई थी तो राष्ट्रपति ने उनसे कहा था कि 'भारत और अमेरिका अपरिहार्य सहयोगी हैं. और, दोनों देशों के संबंधों के लिए यह वक्त अहम है.'