पाकिस्तान के पूर्व पीएम इमरान खान ने आरोप लगाया है कि उन्हें शहबाज सरकार में देश की परमाणु संपत्ति की रक्षा करने की क्षमता पर संदेह हो रहा है. जिसके जवाब में बीते गुरुवार पाकिस्तानी सेना ने उन आरोपों को खारिज कर दिया. 


दरअसल बुधवार को पेशावर में एक रोड शो के दौरान हाल ही में अविश्वास प्रस्ताव के बाद पीएम पद से हटा दिए गए इमरान खान ने नए पीएम पर निशाना साधा. उन्होंने सवाल किया कि क्या पाकिस्तान के परमाणु हथियार "लुटेरे" और "चोर" के हाथों में सुरक्षित है, उन्होंने इस बयान के दौरान नव निर्वाचित पीएम शहबाज शरीफ का भी जिक्र किया. इसी भाषण के दौरान इमरान खान ने कहा था कि वह देश की स्थापना से पूछना चाहते हैं कि क्या "साजिश" के तहत सत्ता में लाए गए लोग देश के परमाणु कार्यक्रम की रक्षा कर सकते हैं. 


वहीं आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, पाकिस्तान सेना के मीडिया विंग इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) के महानिदेशक (DG) मेजर जनरल बाबर इफ्तिखार ने पूर्व पीएम इमरान खान के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पाकिस्तान की परमाणु संपत्ति सिर्फ एक व्यक्ति से संबंधित नहीं है.


23वें प्रधानमंत्री बने शहबाज शरीफ


बता दें कि इमरान खान ने अपने निष्कासन को लेकर दावा किया था कि अमेरिका उनकी सरकार को गिराकर विपक्ष को सत्ता में लाना चाहता था. हालांकि अमेरिका ने इस बात को साफ खारिज किया है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के नेता शहबाज़ शरीफ पाकिस्तान के 23वें प्रधानमंत्री बन गए हैं. संयुक्त विपक्ष की ओर से शहबाज शरीफ पीएम पद के उम्मीदवार बनाए गए थे. शहबाज शरीफ ने देश के नए प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली. शहबाज शरीफ (Shebaz Sharif) को सीनेट के चेयरमैन सादिक संजरानी ने शपथ दिलाई. शहबाज को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी शपथ दिलवाने वाले थे.


हालांकि उन्होंने 'तबीयत खराब' होने की शिकायत की. अल्वी अविश्वास प्रस्ताव के जरिये अपदस्थ किए गए इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी के सदस्य रहे हैं. तबीयत खराब होने की वजह से अल्वी की जगह सादिक संजरानी ने शहबाज को शपथ दिलाई.


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