Pakistan: पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के चीफ इमरान खान की घेराबंदी जारी है. पीटीआई नेता अब अपनी सफाई पेश कर रहे हैं. इसी बीच उनके साथी, साथ छोड़ रहे हैं. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, 9 मई को हुई हिंसा के बाद से अब तक 18 से ज्यादा नेता पीटीआई को अलविदा कह चुके हैं. अभी नेताओं के पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है. 


इस बीच शनिवार (20 मई) को एक और पीटीआई नेता ने अपनी विदाई की घोषणा के बाद मीडिया से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने पीटीआई को अलविदा कहने के कारण के बारे में बताया. पूर्व प्रांतीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हशाम इनामुल्लाह मुश्किल दौर में इमरान खान का साथ छोड़ चुके हैं. पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने कहा है कि वह किसी दबाव में ऐसा नहीं कर रहे हैं.


'PTI में ज्ञान और तर्क का कोई मूल्य नहीं'


पेशावर में मीडिया को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, ''मैं उस तरह का नहीं हूं जो किसी दबाव में आता है. इसलिए इस तरह की बातें सोचना छोड़ दीजिये कि मैंने दबाव में आकर पीटीआई से अपना रास्ता अलग किया है.'' इनामुल्लाह ने कहा कि उन्होंने हमेशा पार्टी को सुधारने की कोशिश की लेकिन अब उन्हें लगता है कि यहां ज्ञान और तर्क पर आधारित सलाह का कोई मूल्य नहीं है.


देश के दुश्मनों के साथ अब और नहीं 


उन्होंने आगे कहा, ''मेरा सम्मान मुझे उन लोगों के साथ एक मिनट भी खड़े होने की अनुमति नहीं देता है, जिन्होंने देश के साथ दुश्मनी की है. एक पाकिस्तानी के रूप में, मैं 9 मई के भड़काऊ, नृशंस, कायरतापूर्ण और शर्मनाक कार्यों के बाद पीटीआई से जुड़े रहने को अपना अपमान और अपनी भूमि के प्रति बेवफाई मानता हूं.'' उन्होंने कहा, ''मैं अपनी सदस्यता से यहीं और अभी इस्तीफा देता हूं क्योंकि एक पश्तून के रूप में मेरे खून में बेवफाई नहीं है.''


गौरतलब है कि मुल्तान से पीटीआई के 10 नेताओं ने भी पार्टी छोड़ने का फैसला किया है. इतना ही नहीं, पंजाब प्रांत से भी काफी बड़ी संख्या में पीटीआई नेता इमरान खान से अलग होने की तैयारी कर रहे हैं. इसके साथ ही बहुत सारे वरिष्ठ पीटीआई नेताओं ने इमरान का साथ छोड़ दिया है. 


ये भी पढ़ें: Iran : महिलाओं को पड़ोसी देशों में ले जाकर वेश्यावृत्ति में धकेलने वाले गिरोह के सरगना को ईरान ने फांसी पर लटकाया, जानें कौन था वो?