Elon Musk Spacex: स्पेसएक्स के स्टारशिप रॉकेट की सातवीं टेस्ट फ्लाइट गुरुवार (16 जनवरी) को फेल हो गई. ये उड़ान टेक्सास के ब्राउन्सविले के पास स्टारबेस लॉन्च साइट से भरी गई थी. हालांकि, महज नौ मिनट बाद ही रॉकेट का स्पेसएक्स से संपर्क टूट गया, जिसके बाद रॉकेट का ऊपरी हिस्सा मेक्सिको की खाड़ी में जाकर बिखर गया. रॉकेट फेलियर होने पर स्पेसएक्स ने कहा कि यह 'रैपिड अनशेड्यूल्ड डिसअसेंबली' का शिकार हुआ, जिसका मतलब है कि रॉकेट तेजी से टुकड़े-टुकड़े हो गया. एलन मस्क ने इस घटना का वीडियो शेयर करते हुए कहा, "सफलता अनिश्चित है लेकिन मनोरंजन की गारंटी है."
स्टारशिप का महत्व और मिशनस्टारशिप स्पेसएक्स का अब तक का सबसे शक्तिशाली रॉकेट है, जिसकी लंबाई 400 फीट है. यह रॉकेट चंद्रमा और मंगल पर मानव मिशन के लिए डिजाइन किया गया है. नासा के आर्टेमिस III मिशन के लिए स्पेसएक्स के इस रॉकेट को चुना गया था, जो 2027 में चांद पर स्पेस यात्रियों को ले जाने वाला है.
रॉकेट में कोई व्यक्ति सवार नहीं थाइस परीक्षण उड़ान में कोई भी व्यक्ति सवार नहीं था. स्पेसएक्स ने स्पष्ट किया कि स्टारशिप अभी भी परीक्षण के दौर में है और इसका इस्तेमाल भविष्य के मिशनों के लिए किया जाएगा. फेडरल एविएशन एडमिनिस्ट्रेशन (FAA) ने इस असफल मिशन की जांच शुरू कर दी है. FAA ने कहा है कि वे जांच के बाद इस घटना पर एक बयान जारी करेंगे.
रॉकेट की उड़ान योजनास्टारशिप रॉकेट को मेक्सिको की खाड़ी और युकाटन प्रायद्वीप के ऊपर से उड़ते हुए अटलांटिक महासागर के पार जाना था. इसके बाद इसे हिंद महासागर में उतरना था. हालांकि, रॉकेट अपनी प्लान पर खरा नहीं उतर पाया और ब्लास्ट कर गया.
स्पेसएक्स के स्टारशिप रॉकेट की असफलतास्पेसएक्स के स्टारशिप रॉकेट की यह असफलता न केवल तकनीकी चुनौतियों को उजागर करती है, बल्कि भविष्य के अंतरिक्ष अभियानों के लिए महत्वपूर्ण सबक भी है. स्टारशिप की अगली परीक्षण उड़ानों के लिए स्पेसएक्स को इन चुनौतियों से उबरना होगा. नासा के आर्टेमिस III मिशन के लिए यह रॉकेट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, इसलिए इसके सफल परीक्षणों की उम्मीद की जा रही है.
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