Elon Musk: अमेरिकी अरबपति और टेस्ला (Tesla) के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) ने ट्विटर (Twitter) खरीद डील को कैंसिल कर दिया है. एलन मस्क लगातार ट्विटर पर बॉट अकाउंट यानी कि फेक और स्पेम अकाउंट (Fake and Spam Account) को शेयर कर रहे हैं और कहा है कि ट्विटर फेक और स्पैम अकाउंट की डिटेल नहीं दे पा रहा है. उन्होंने कहा है कि ट्विटर पर मौजूद फेक अकाउंट्स की संख्या जानने और उस पर कार्रवाई करने के लिए पिछले कई महीनों से कहा जा रहा था लेकिन कंपनी या तो आधी जानकारी दे रही थी या फिर मामले को टालने की कोशिश कर रही थी. उधर डील कैंसिल (Twitter Deal) होने के बाद ट्विटर ने कहा है कि वो एलन मस्क के खिलाफ कोर्ट में जाएंगे.


एलन मस्क ने ऐसे ही इस डील को कैंसिल नहीं किया है. ट्विटर से बार बार फेक और स्पैम अकाउंट की जानकारी नहीं मिलने पर उन्होंने इस डील को कैंसिल करने का फैसला किया. इतना ही नहीं एलन मस्क की तरफ से कहा गया है कि इस डील को तब कैंसिल किया गया है जब फेक और स्पैम अकाउंट की 5 बार पत्र लिखकर जानकारी मांगी गई लेकिन एक बार भी ढंग का जवाब नहीं मिला और जब एलन मस्क की तरफ से एक्सपर्ट ने जानकारी खुद से जाननी चाही तो उन्हें ठीक से जांच नहीं करनी दी.


ट्विटर के रवैये से डील कैंसिल?


एलन मस्क की ओर से कहा गया है कि करार के वक्त ट्विटर ने बताया था कि उसके प्लेटफॉर्म पर 5 प्रतिशत के आसपास फेक अकाउंट हैं लेकिन एक्सपर्ट टीम का मानना है कि कंपनी ने इसे लेकर भी झूठ बोला और फेक अकाउंट की संख्या इससे कहीं ज्यादा है. फेक अकाउंट की जानकारी ट्विटर छिपा रहा है. इसीलिए एलन मस्क ने इस डील को कैंसिल करने का फैसला किया.


डील पूरी नहीं होने पर एलन मस्क का नुकसान


डील कैंसिल करने का नुकसान एलन मस्क को ही हुआ है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एलन मस्क को एक अरब डॉलर की ब्रेक अप फीस भरनी होगी. इतना ही नहीं मस्क केवल ब्रेक-अप फीस देकर ही नहीं बच सकते. इस डील को ऐसा बनाया गया है कि उन्हें हर हाल में इसे पूरा करना ही होगा. ऐसा नहीं करने पर उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं एलन मस्क ने इस डील में रुचि भी कम कर दी है. 44 अरब डॉलर की इस डील में वो अब मोल भाव भी करने लगे हैं.


तो क्या खत्म हो जाएगी डील


एलन मस्क का कहना है कि ट्विटर पर 20 प्रतिशत से अधिक अकाउंट फेक और स्पैम वाले हैं तो वहीं ट्विटर इन्हें 5 प्रतिशत बता रहा है. उसके ऊपर एलन मस्क डील को लेकर मोल भाव भी कर रहे हैं. जो डील का प्राइज है उससे कम पैसे देने के लिए कह रहे हैं. तो वहीं मामले को लेकर एलन मस्क का कहना है कि अब डील तब तक आगे नहीं बढ़ेगी जब तक ट्विटर सामने आकर इस बात का सबूत नहीं दे देता कि उसके प्लेटफॉर्म पर फेक या स्पैम अकाउंट 5 प्रतिशत से भी कम हैं.


एलन मस्क ने क्यों की डील


एलन मस्क (Elon Musk) ने जब ट्विटर (Twitter) खरीदने के लिए इंट्रेस्ट दिखाया था तो सभी के जहन में यही बात आई कि वो इसे क्यों खरीदने जा रहे हैं. उसके पीछे यही कारण सामने आया कि वो इसकी नीतियों और काम करने के तरीकों को बदलना चाहते हैं खुद को फ्री स्पीच एक्टिविस्ट कहने वाले मस्क ट्विटर को अपने तरीके से चलाना चाहते थे. ये भी कहा गया कि मस्क ट्विटर पर आपत्तिजनक कंटेट (Objectionable Content) के नाम पर ब्लॉक किए जाने की प्रक्रिया को फ्री स्पीच (Free Speech) की राह में रोड़ा मानते हैं. वो कहते हैं कि वो इसे एक बेहतर प्लेटफॉर्म बनाना चाहते हैं.


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