Ecuador Earthquake : इक्वाडोर के प्रशांत तट पर शुक्रवार (25 अप्रैल) रिक्टर स्केल पर 6.3 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप दर्ज किया गया. झटके इतने तीव्र थे कि कम से कम 10 प्रांतों में कंपन महसूस किया गया. इक्वाडोर के प्रशांत तट पर लगे भूकंप के झटकों से देश का उत्तरी भाग बुरी तरह से हिल गया. अधिकारियों के मुताबिक, इस भूकंप के कारण कुछ मकानों को नुकसान पहुंचा है. हालांकि, अब तक किसी के हताहत होने की खबर सामने नहीं आई है.
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, इस भूकंप का केंद्र प्रशांत महासागर में एस्मेराल्डास शहर से लगभग 20.9 किमी उत्तर-पूर्व में स्थित था. भूकंप की गहराई 35 किलोमीटर मापी गई, जो इसे एक शक्तिशाली भूकंपीय गतिविधि बनाता है. एस्मेराल्डास, इक्वाडोर की राजधानी क्विटो से लगभग 296 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में स्थित है. हालांकि भूकंप के बाद कोई जनहानि की खबर सामने नहीं आई है, लेकिन कई मकानों के सामने के हिस्सों में दरारें और गिरावट की पुष्टि स्थानीय मीडिया ने की है.
सुनामी की चेतावनी पहले जारी, फिर किया रद्दइक्वाडोर प्रशासन ने शुरुआत में प्रशांत तटीय इलाकों में सुनामी की चेतावनी जारी की थी, क्योंकि शक्तिशाली भूकंपों के बाद समुद्र की लहरें अनियंत्रित हो सकती हैं. लेकिन कुछ ही समय बाद स्थिति का आकलन करते हुए इस चेतावनी को रद्द कर दिया गया. प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियां अभी भी भूकंप के प्रभाव का सर्वेक्षण कर रही हैं, और लोगों को सतर्क रहने का निर्देश दिया गया है.
भूकंप आखिर क्यों आते हैं?धरती के भीतर 7 प्रमुख टेक्टोनिक प्लेट्स हैं जो हमेशा अपनी जगह से थोड़ी-थोड़ी खिसकती रहती हैं. जब ये प्लेटें एक-दूसरे से टकराती या फॉल्ट लाइन पर फंस जाती हैं, तो वहां घर्षण उत्पन्न होता है. इस घर्षण से भारी मात्रा में ऊर्जा उत्पन्न होती है, जो बाहर निकलने के लिए रास्ता खोजती है और जब बाहर निकलती है तो धरती की सतह कांपने लगती है यही भूकंप होता है.
क्या यह पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी है?हाल ही में भारत, जापान, तुर्की, इंडोनेशिया, अमेरिका सहित कई देशों में आए शक्तिशाली भूकंपों ने यह संकेत दिया है कि टेक्टोनिक एक्टिविटी में वृद्धि हो रही है. इक्वाडोर में आए इस भूकंप को भी इसी वैश्विक पैटर्न का हिस्सा माना जा रहा है. वैज्ञानिक इस पर लगातार शोध कर रहे हैं कि क्या जलवायु परिवर्तन और भूगर्भीय हलचलें किसी गहरे बदलाव की ओर इशारा कर रही हैं.