भारत के पड़ोसी देश भूटान में सोमवार (08 सितंबर, 2025) को भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसकी तीव्रता 4.2 मापी गई. नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, यह भूकंप केवल 10 किलोमीटर गहराई पर हुआ, जिससे आफ्टरशॉक्स की संभावना बनी हुई है. NCS ने बताया कि भूकंप 8 सितंबर 2025 को सुबह 11:15 बजे आया था. इसका केंद्र भूटान के 26.89 उत्तर अक्षांश और 91.71 पूर्व देशांतर पर था. भूटान का भूकंपीय खतराभूटान, हिमालय की युवा पर्वतमाला में स्थित है, जो इसे भूकंपीय रूप से संवेदनशील बनाता है. भारतीय सिस्मिक कोड के अनुसार, भूटान जोन IV और V में आता है, जो देश के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्र हैं. भूटान में कई सक्रिय फॉल्ट लाइंस मौजूद हैं, जिनसे बड़े भूकंप आने का खतरा बना रहता है. चीन में भी आया था भूकंपइससे पहले रविवार (07 सितंबर, 2025) को चीन में भी 4.1 तीव्रता का भूकंप आया था. यह भूकंप भी 10 किलोमीटर की गहराई पर दर्ज किया गया था, जिससे वहां भी आफ्टरशॉक की संभावना बनी हुई है. बता दें कि कम गहराई वाले भूकंप अक्सर गहरे भूकंपों की तुलना में अधिक नुकसान पहुंचाते हैं.
अन्य प्राकृतिक खतरों में वृद्धिभूटान में केवल भूकंप ही नहीं, बल्कि ग्लेशियर झील से बाढ़ (GLOF), तेज़ हवाएं, भूस्खलन, अचानक बाढ़ और जंगल व संरचनात्मक आग जैसी प्राकृतिक आपदाएं भी बढ़ रही हैं. जलवायु परिवर्तन के कारण मौसमी बदलाव तेज हो गए हैं. वर्ष 2011 और 2013 में आए तूफानों ने ग्रामीण इलाकों में भारी नुकसान पहुंचाया था.
सरकार और नागरिकों की जिम्मेदारीभूटान सरकार और स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है. संभावित आफ्टरशॉक्स के मद्देनजर बचाव कार्य तेज किए जा रहे हैं. विशेषज्ञ भी यह सुझाव दे रहे हैं कि भूकंप-प्रतिरोधी निर्माण तकनीकों को अपनाया जाए और सभी नागरिक सुरक्षित स्थानों पर रहें.