दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठक हुई. दोनों नेताओं ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया और फिर आमने-सामने की मुद्दों पर चर्चा की. ट्रंप ने कहा कि उनकी मुलाकात बहुत कामयाब होगी, जिसे लेकर उन्हें कोई शक नहीं है. ट्रंप ने गुरुवार (30 अक्तूबर 2025) को चीन से आने वाले सामान पर लगने वाला कुल औसत टैरिफ 57 फीसदी से कम कर 47 फीसदी करने की घोषणा की.

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ट्रंप ने जिनपिंग के साथ बैठक को बेहतरीन बताया

एयरफोर्स वन से अमेरिका लौटते हुए ट्रंप ने कहा कि इस बैठक में कई बेहतरीन फैसले लिए गए, जिसमें रेअर अर्थ मिनरल्स पर से एक साल के लिए नियंत्रण हटाना शामिल है. वहीं चीन का कहना है कि इस करार के बदले अमेरिका उसके शिप बिल्डिंग, लॉजिस्टिक्स और समुद्री क्षेत्र के दूसरे उद्योगों पर अपनी जांच एक साल के लिए रोक देगा, जिससे व्यापारियों को अस्थायी राहत मिलेगी.

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रूसी तेल को लेकर नहीं हुई बात

इस बैठक में ट्रंप ज्यादा उत्साही तो वहीं जिनपिंग सतर्क नजर आ रहे थे. दोनों देशों ने महत्वपूर्ण आर्थिक और व्यापार मुद्दों को हल करने पर सहमति की पुष्टि की. ट्रंप ने कहा इस बैठक में चीन की ओर से रूसी तेल खरीदे जाने को लेकर बातचीत नहीं हुई. हालांकि उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के तरीकों पर चर्चा की.

ट्रंप ने कहा, "शी जिनपिंग लंबे समय से रूस से तेल खरीद रहे हैं. यह चीन के एक बड़े हिस्से की देखभाल करता है और मैं कह सकता हूं कि भारत इस मोर्चे पर बहुत अच्छा रहा है, लेकिन हमने तेल के मुद्दे पर ज्यादा चर्चा नहीं की. हमने साथ मिलकर काम करने पर चर्चा की ताकि यह देखा जा सके कि क्या हम उस युद्ध को खत्म कर सकते हैं."

ट्रंप को जिनपिंग ने दे डाली नसीहत

अमेरिका ने रूसी तेल खरीदने के लिए भारत की आलोचना की है और उसे खरीद कम करने के लिए मजबूर किया. हालांकि ट्रंप के बयान से यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने स्वीकार किया है कि अमेरिका में चीन के साथ ऐसा करने की क्षमता नहीं है. ट्रंप को सीधे-सीधे नसीहत देते हुए जिनपिंग ने कहा, "दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच मतभेद होना सामान्य बात है, लेकिन उन्हें साझेदार बनने और चीन-अमेरिका संबंधों को स्थिर बनाए रखने पर फोकस करना चाहिए."

डेमोक्रेट्स नेता ने ट्रंप के दौरे को बेकार बताया

ट्रंप के आलोचक और अमेरिका के अल्पसंख्यक नेता चक शूमर ने ट्रंप और जिनपिंग के बैठक बेकार बताया. इस पर ट्रंप भड़क गए और इस दौरे की उपलब्धि गिनाने लगे. ट्रंप ने अमेरिका नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके शब्द लगभग देशद्रोह के समान हैं.