अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करते हुए एक बार फिर भारत-पाकिस्तान के बीच जंग रुकवाने का दावा किया है. अपने भाषण में ट्रंप ने एक बार फिर दोहराया कि उन्होंने सात जंगें रुकवाई हैं. ट्रंप ने कहा, "मैंने भारत और पाकिस्तान सहित 7 अंतहीन युद्धों को समाप्त किया और इसमें संयुक्त राष्ट्र ने मेरी कोई मदद नहीं की."

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ट्रंप का दावा इन जंगों को किया खत्म

ट्रंप ने कहा कि उन्होंने कंबोडिया और थाईलैंड, कोसोवो और सर्बिया, कांगो और रवांडा, पाकिस्तान और भारत, इज़रायल और ईरान, मिस्र और इथियोपिया, आर्मेनिया और अजरबैजान के बीच चल रही जंग को खत्म कराया.

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इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने संयुक्त राष्ट्र पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, "मैं युद्ध समाप्त करके लाखों लोगों की जान बचाने में बहुत व्यस्त था. बाद में मुझे एहसास हुआ कि संयुक्त राष्ट्र हमारे लिए नहीं है. हमारे पास अपार क्षमता है, लेकिन वे (यूएन) बस कड़े शब्दों में पत्र लिखते हैं. खोखले शब्दों से युद्ध का समाधान नहीं होता है. युद्ध समाप्त करने और अब्राहम समझौते पर बातचीत करने के बाद लोग कहते हैं कि मुझे नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए."

भारत ने सीजफायर को लेकर ट्रंप के दावों को बार-बार खारिज किया है. भारत ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना की तबाही से डरकर पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ से बात की और सीजफायर का आग्रह किया. वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार भी मध्यस्थता में ट्रंप की भूमिका को नकार चुके हैं.

फिलिस्तीन को मान्यता देने पर क्या बोले ट्रंप?

फिलिस्तीन को मान्यता देने की घोषणा करने वाले देशों का जिक्र करते ट्रंप ने कहा, "कुछ लोग एकतरफा तौर पर फिलिस्तीन को मान्यता देने की कोशिश कर रहे हैं. इससे हमास आतंकवादियों को उनके अत्याचारों का बहुत बड़ा इनाम मिलेगा." उन्होंने रूस से कच्चा तेल खरीदने को लेकर नाटो पर भी निशाना साधा है.

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