अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपनी तारीफ सुनना बहुत पसंद है. उनकी इसी चीज का फायदा उठाकर उनसे कई काम कराए जा सकते हैं. इसका खुलासा अंतर्राष्ट्रीय टेलिफोन कॉल की बातचीत लीक होने के बाद हुआ है. बता दें कि ये बातचीत ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के विदेश नीति सलाहकार यूरी उषाकोव के बीच हुई थी.

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ब्लूमबर्ग ने बुधवार (26 नवंबर 2025) को 14 अक्टूबर 2025 की फोन कॉल का ट्रांसक्रिप्ट पब्लिश किया है. ये कॉल व्हाट्सऐप पर हुई थी और इसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग मिली. इस बातचीत में विटकॉफ यूरी उषाकोव को बता रहे हैं कि ट्रंप से काम करवाने के लिए उनकी खुशामद बड़ी काम आती है. इस लीक ट्रांसक्रिप्ट के अनुसार यूरी उषाकोव ने विटकॉफ को कहा कि क्या दोनों नेताओं (ट्रंप-पुतिन) के बीच टेलिफोन कॉल अरेंज किया जा सकता है.

'ट्रंप की खुलकर तारीफ करें'विटकॉफ ने यूरी उषाकोव को कहा कि वे राष्ट्रपति पुतिन को कहें कि जब वे डोनाल्ड ट्रंप से बात करें तो उनकी खुलकर तारीफें करें और उन्हें गाजा का शांति नायक और विश्व शांति का नेतृत्वकर्ता कहें और ऐसा करने के तुरंत बाद पुतिन यूक्रेन वॉर के समाधान का रूसी फॉर्मूला ट्रंप को बताएं.

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'पुतिन ट्रंप को गाजा युद्धविराम पर बधाई दें'इस बातचीत में यूरी उषाकोव से विटकॉफ कहते हैं कि मेरा आदमी (ट्रंप) इसके लिए तैयार है. बातचीत के दौरान विटकॉफ उषाकोव को सुझाव देते हैं कि पुतिन ट्रंप को गाजा युद्धविराम पर बधाई दें, कहें कि रूस ने इसका समर्थन किया है और ट्रंप को शांति का सच्चा व्यक्ति बताएं. आप राष्ट्रपति को इस उपलब्धि पर बधाई दें और कहें कि आपने इसका समर्थन किया और आप खुश हैं कि यह हुआ. बता दें कि ये लीक बातचीत का ये हिस्सा 14 अक्टूबर का है और 16 अक्टूबर को पुतिन-ट्रंप के बीच मुलाकात हुई थी.

लीक ट्रांसक्रिप्ट को लेकर ट्रंप ने क्या कहालीक ट्रांसक्रिप्ट के मुताबिक विटकॉफ ने आगे कहा कि मैंने प्रेसिडेंट से कहा कि रशियन फेडरेशन हमेशा से एक पीस डील चाहता है. मेरा यही मानना है. मुद्दा यह है कि हम दो देश हैं जिन्हें समझौता करने में मुश्किल हो रही है. विटकॉफ ने आगे कहा कि मैं तो यह भी सोच रहा हूं कि शायद हम गाजा की तरह ही 20-पॉइंट का पीस प्रपोजल भी रखें. ट्रंप को इस बातचीत से कोई दिक्कत नहीं हुई. ट्रंप ने कहा कि ये तो बातचीत का स्टैंडर्ड तरीका है. रूस ने इस मामले को लेकर कहा है कि डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के टॉप सलाहकारों के बीच हुई कॉल की रिकॉर्डिंग का लीक होना यूक्रेन की शांति बातचीत को कमजोर करने की कोशिश है.

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