Donald Trump Nato Summit: नीदरलैंड के द हेग शहर में नाटो (NATO) शिखर सम्मेलन हिस्सा लेने पहुंचे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने हालिया बयान का जिक्र किया. नीदरलैंड के लिए रवाना होने से पहले वाशिंगटन में ट्रंप ने ईरान और इजरायल के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था. अब उस पर सफाई देते हुए उन्होंने ईरान-इजरायल के बीच की लड़ाई की तुलना स्कूल में लड़ने वाले बच्चों से कर दी. उन्होंने कहा कि कभी-कभी कठोर भाषा का इस्तेमाल करना पड़ता है.
'कभी-कभी सख्त भाषा का इस्तेमाल करना पड़ता है'
ट्रंप ने कहा, "इजरायल और इजरायल अब एक-दूसरे से नहीं लड़ेंगे क्योंकि वे लड़ चुके हैं. दोनों ठीक वैसे ही लड़ते हैं जैसे दो बच्चे स्कूल में लड़ते हैं. उन्हें ऐसे शांत नहीं किया जा सकता... उन्हें दो-तीन मिनट लड़ने दीजिए फिर उन्हें रोकना आसान होता है." ट्रंप के ऐसा बोलते ही नाटो के महासचिव मार्क रुटे हंस पड़े और कहा, "लड़ाई के बाद पिता को डांटना पड़ता है."
सीजफायर के उल्लंघन को लेकर ट्रंप ने जताई थी नाराजगी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार (24 जून 2025) को इजरायल और ईरान पर कड़ा रुख अपनाते हुए सीजफायर के उल्लंघन को लेकर नाराजगी जताई थी. ट्रंप ने कहा था, "इन लोगों को शांत होना होगा, यह हास्यास्पद है. मैंने जो कुछ देखा, वह मुझे बिलकुल पसंद नहीं आया, न तो इजरायल का हमला और न ही ईरान की जवाबी कार्रवाई."
ट्रंप ने कहा, मैंने देखा कि जैसे ही हमने समझौता किया, इजरायल ने सबसे बड़ा हमला कर दिया. जैसा पहले कभी नहीं देखा. मुझे यह बिल्कुल पसंद नहीं आया. मैं ईरान से भी खुश नहीं हूं. उन्हें 12 घंटे दिए थे, एक घंटे में ही सब खत्म कर दिया.
ट्रंप ने कहा कि जब उन्होंने 12 घंटे का युद्धविराम घोषित किया, तो इजरायल को उसका पालन करना चाहिए था. उन्होंने कहा, "आपको (इजरायल) 12 घंटे मिले थे, लेकिन आपने पहले ही घंटे में सब कुछ खत्म कर दिया. ये कोई तरीका नहीं है. ये दो देश इतने लंबे समय से लड़ रहे हैं कि अब इन्हें खुद समझ नहीं आ रहा कि वे क्या कर रहे हैं."