अमेरिका की ओर से भारत पर लगाए गए भारी टैक्स टैरिफ के बाद अब अचानक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपना रूख बदल दिया है. ट्रंप ने अब भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी दोस्ती को लेकर बात की है.
बुधवार (17 सितंबर, 2025) को पीएम मोदी को उनके जन्मदिन पर बधाई देने के एक दिन बाद ही ट्रंप ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ पत्रकारों से बातचीत में कहा, 'मैं भारत के बहुत करीब हूं, मैं भारत के प्रधानमंत्री के बहुत करीब हूं. मैंने हाल ही में उनसे बात की और उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध हैं.'
यूरोपीय देशों की रूस से तेल खरीदने पर आलोचना
ट्रंप की ये टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब उन्होंने रूस से तेल खरीदने वाले यूरोपीय देशों की आलोचना की और कहा कि इस तरह के कदम मौजूदा संघर्षों के बीच मास्को को अलग-थलग करने के प्रयासों को कमजोर करते हैं. भारत के साथ रूसी तेल व्यापार पर अपनी नाराजगी जताने के बावजूद ट्रंप ने मोदी के साथ अपने घनिष्ठ संबंधों को उजागर किया और सुझाव दिया कि वैश्विक तेल की कीमतें कम करने से रूस को समझौता करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
ट्रंप ने कहा, 'मुझे पता चला कि यूरोपीय देश रूस से तेल खरीद रहे थे, लेकिन मैंने उन पर प्रतिबंध लगा दिए. चीन इस समय अमेरिका को बहुत बड़ा टैरिफ दे रहा है, लेकिन मैं दूसरी चीजें करने को तैयार हूं, लेकिन जब मैं जिन लोगों के लिए लड़ रहा हूं वे रूस से तेल खरीद रहे हों तो नहीं. अगर तेल की कीमतें कम होती हैं तो रूस बहुत आसानी से समझौता कर लेगा.'
प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात को उत्सुक डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति ट्रंप ने यह बयान ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर के साथ मुलाकात के दौरान दिया. ट्रंप ने कहा कि वह अपने बहुत अच्छे दोस्त प्रधानमंत्री मोदी से आने वाले हफ्तों में बात करने के लिए उत्सुक हैं और उन्हें विश्वास है कि दोनों देश एक सफल समझौते पर पहुंचेंगे. इस बीच, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार वार्ता का भविष्य अनिश्चित बना हुआ है.
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