राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने BRICS देशों पर तीखी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा है कि अमेरिका अब इन देशों पर आयात शुल्क (टैरिफ) लगा सकता है. उनका कहना था कि BRICS का असली उद्देश्य डॉलर की ताकत को कमजोर करना है. व्हाइट हाउस में अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मीलई के साथ बैठक में ट्रंप ने स्पष्ट किया कि अमेरिका डॉलर की ताकत को किसी भी अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के सामने नहीं झुकने देगा. उन्होंने कहा, “जो भी BRICS समूह में रहना चाहता है, रह सकता है, लेकिन अमेरिका उन पर टैरिफ लगाएगा क्योंकि यह समूह डॉलर के खिलाफ है.”

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चीन पर कसा तंज

ट्रंप ने चीन पर आरोप लगाया कि उसने अमेरिका की बजाय हाल ही में अर्जेंटीना से सोयाबीन खरीदने का फैसला किया, जिससे वॉशिंगटन और ब्यूनस आयर्स के बीच संबंध कमजोर हुए. उन्होंने कहा, “चीन हमेशा दरार डालने की कोशिश करता है, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं होगा.” अपने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म Truth Social पर ट्रंप ने लिखा कि चीन ने जानबूझकर अमेरिकी सोयाबीन किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए यह कदम उठाया. उन्होंने कहा कि अमेरिका अब कुकिंग ऑयल और अन्य उत्पादों में चीन पर निर्भरता कम करने पर विचार कर रहा है. बता दें कि ट्रंप ने हाल ही में चीन पर अतिरिक्त 100% शुल्क लगाया था, जिसके बाद से दोनों देशों के बीच रिश्ते पहले से ज्यादा खराब हुए हैं.

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अमेरिका-चीन संबंध में बढ़ता तनाव

ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में अमेरिका और चीन के बीच संबंध पहले से ज्यादा तनावपूर्ण हो गए हैं. दोनों देशों में व्यापार युद्ध, टेक्नोलॉजी प्रतिस्पर्धा और यूक्रेन एवं मिडिल ईस्ट में युद्धों को लेकर मतभेद लगातार बढ़ रहे हैं. चीन ने हाल ही में दुर्लभ पृथ्वी खनिज (Rare Earth) तकनीक के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया है, जिससे अमेरिका-चीन संबंधों में और खटास आई है.

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