साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों के साथ एक बैठक में ट्रंप ने कहा, ‘‘संघीय नेटवर्कों और डेटा का बचाव हमें करना ही चाहिए. इन नेटवर्कों का संचालन हम अमेरिकी जनता की ओर से करते हैं और ये बहुत ही महत्वपूर्ण हैं.’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं मेरे कैबिनेट के मंत्रियों और एजेंसी प्रमुखों को जवाबदेह बनाउंगा, उनके संगठन की साइबर सुरक्षा के लिए पूरी तरह से जवाबदेह. सायबर सुरक्षा जितनी होनी चाहिए उतनी निश्चित रूप से नहीं है.’’
आरोप लगे थे कि रूस की सरकार ने डेमोक्रेटिक पार्टी के कंप्यूटरों को हैक कर नवंबर में हुए राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित किया था. इसी के मद्देनजर ट्रंप साइबर सुरक्षा पर जो दे रहे हैं हालांकि उन्होंने हैकिंग के कारण चुनाव परिणामों पर पड़े असर को खास तवज्जो नहीं दी.
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे मुकाबले उन्होंने लाखों डॉलर ज्यादा खर्च किए फिर भी डेमोक्रेटिक नेशनल कमेटी पूरी तरह और बड़ी बुरी तरह हैकिंग का शिकार हुई. जबकि रिपब्लिकन नेशनल कमेटी इससे बची रही. इसका मतलब यह है कि हैकर्स ने हमारे यहां सेंध लगाने कोशिश तो की लेकिन वह सफल नहीं हुए. हैकिंग के खिलाफ हमारी (रिपब्लिकन पार्टी) बचाव प्रणाली बड़ी मजबूत है.’’