Dalai Lama India China: तिब्बती बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा के उत्तराधिकारी के चयन को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. चीन इस बात पर जोर दे रहा है कि किसी भी भावी उत्तराधिकारी के लिए तिब्बत को उसकी मंजूरी लेनी होगी. चीन ने कहा है कि दलाई लामा और अन्य बौद्ध नेताओं के पुनर्जन्म का चयन सोने के कलश से लॉटरी निकालकर होना चाहिए. इस पर तिब्बत ने आपत्ति जताई है.
'हम पर बहुत चीजें थोपना चाहता है चीन'
दलाई लामा पर चीन की प्रतिक्रिया के बाद केंद्रीय तिब्बती प्रशासन अध्यक्ष पेनपा सेरिंग ने बीजिंग के दावे पर सवाल उठाया. उन्होंने कहा, "चीन की सरकार जिसका धर्म में कोई विश्वास नहीं है वो कुछ तय नहीं करेगी. चीन तिब्बती लोगों की धार्मिक स्वतंत्रता में हस्तक्षेप करना चाहता है. वह न केवल हमारे देश पर कब्जा करना चाहते हैं, बल्कि हम पर बहुत चीजें थोपना चाहते हैं, जिसमें हमारे अपने आध्यात्मिक नेता को चुनने की धार्मिक स्वतंत्रता भी शामिल है."
निर्वासित सरकार के राष्ट्रपति ने चीन को दी वॉर्निंग
तिब्बत की निर्वासित सरकार के राष्ट्रपति पेनपा सेरिंग ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि चीनी सरकार तिब्बत को लेकर हमेशा कुछ न कुछ कहती रहती है. चीन पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूछा, "वे कह रहे हैं कि हमने परंपरा को तोड़ दिया है. चीनी सरकार किस परंपरा की बात कर रही है? स्वर्ण कलश जिसकी शुरूआत 18वीं सदी के अंत में यानी 1793 में की गई थी. उससे पहली भी 8 दलाई लामा हुए हैं. क्या वे दलाई लामा नहीं हैं क्योंकि स्वर्ण कलश नहीं था?"
भारत ने भी चीन को दिया सख्त संदेश
पेनपा सेरिंग का बयान केंद्रीय अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि अगले दलाई लामा का चयन केवल मौजूदा दलाई लामा और तिब्बती बौद्ध धर्म की धार्मिक परंपराओं पर निर्भर करता है. उन्होंने कहा, "दलाई लामा को मानने वाले सभी लोगों की राय है कि उत्तराधिकारी का फैसला स्थापित परंपरा के और दलाई लामा की इच्छा के अनुसार होना चाहिए. उनके और मौजूदा परंपराओं के अलावा किसी और को इसे तय करने का अधिकार नहीं है.
सोने के कलश से चुनो दलाई लामा का उत्तराधिकारी- चीन
चीन के विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि दलाई लामा, पंचेन लामा और दूसरी महान बौद्ध हस्तियों के पुनर्जन्म का चयन सोने के कलश से लॉटरी निकालकर किया जाना चाहिए और इसे केंद्र सरकार की तरफ से मंजूरी दी जानी चाहिए. तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने बुधवार को कहा था कि दलाई लामा संस्था जारी रहेगी और केवल गादेन फोडरंग ट्रस्ट को ही उनके उत्तराधिकारी को मान्यता देने का अधिकार होगा.
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