कोरोना वायरस ने एक बार फिर पूरी दुनिया को मौत के जाल में फांस लिया है. जिसकी वजह से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. सबसे ज्यादा मरने वालों की संख्या ब्राजील और भारत में देखने को मिल रही है. वहीं स्वास्थ्य अधिकारियों ने नए वेरिएंट को इसकी वजह बताया है जो पहले से ज्यादा खतरनाक और तेजी से फैलने वाला वेरिएंट है. ये वेरिएंट पहले यूनाइटेड किंगडम और दक्षिण अफ्रीका में पाया गया था.


जानकारी के मुताबिक जहां इस वैश्विक महामारी के चलते मरने वालों की संख्या 1 साल में 2 मिलियन हुई थी वहीं इस नए वेरिएंट ने सिर्फ तीन महीने में 1 मिलियन लोगों की जान ले ली है और मरने वाले लोगों की संख्या 3 मिलियन तक पहुंच गई है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोरोना वायरस की वजह से ब्राजील की गंभीर स्थिति को स्वीकार किया है और माना है कि वहां मरने वालों की संख्या सबसे ज्यादा है. वहीं भारत ने सोमवार को कोरोना वायरस के 1 लाख नए मामले सामने आए थे जो संयुक्त राज्य अमेरिका के बाद सबसे ज्यादा थे. वहीं भारत के महाराष्ट्र में सोमवार को शॉपिंग मॉल, सिनेमा, बार, रेस्तरां और पूजा स्थलों को बंद करने के आदेश दिए गए हैं.


यूरोप में हुई 1.1 मिलियन मौतें


यूरोप के 51 देशों में अब तक लगभग 1.1 मिलियन लोगों की मौत हो चुकी है. यूनाइटेड किंगडम, रूस, फ्रांस, इटली और जर्मनी समेत पांच यूरोपीय देशों में कुल कोरोना वायरस से 60% मौतें होती हैं. वहीं संयुक्त राज्य अमेरिका में दुनिया के किसी भी देश में 555,000 लोगों की मौत की संख्या सबसे ज्यादा मानी गई है और पिछले तीन हफ्ते से मामले लगातार बढ़ रहे हैं.


370.3 मिलियन लोगों को मिली वैक्सीन


रिसर्च और डेटा प्रोवाइडर फर्म आवर वर्ल्ड इन डेटा के नए आंकड़ों के मुताबिक रविवार तक कम से कम 370.3 मिलियन लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है. हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन देशों से आग्रह कर रहा है कि वो गरीब देशों में सबसे कमजोर लोगों को वैक्सीन देने में मदद करें.


इसे भी पढ़ेंः


जॉन कैरी ने की भारत की तारीफ, कहा- जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में विश्व मंच पर भारत की बड़ी भूमिका


एस्ट्राजेनेका वैक्सीन से ब्लड क्लॉटिंग होने का डर, ब्रिटेन में बच्चों पर चल रहा ट्रॉयल रोका गया