Britain: ब्रिटिश राजकुमार विलियम और उनकी पत्नी केट मिडलटन की अमेरिका यात्रा के बीच ब्रिटेन में नस्लवाद को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. दरअसल, विलियम की ‘गॉडमदर’ लेडी सुसान हसी पर बकिंघम पैलेस में एक शाही कार्यक्रम के दौरान नस्लभेदी टिप्पणी करने का आरोप लगा है, जिसके बाद लेडी सुसान हसी ने शाही घराने के एक मानद सदस्य के तौर पर इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही मांफी भी मांगी है लेकिन विवाद थमता नहीं दिख रहा है. 


बता दें कि आरोपी महिला लेडी सुसान हसी दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की सहयोगी रह चुकी हैं. इस मामले पर विलियम के ऑफिस से आधिकारिक बयान जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि हमारे समाज में नस्लवाद के लिए कोई जगह नहीं है. इस तरह के बयान को स्वीकार नहीं किया जा सकता. अच्छा हुआ कि इस तरह की टिप्पणी करने वाले शख्स ने तत्काल प्रभाव से अपना पद छोड़ दिया है. 


चैरिटी कार्यक्रम के दौरान हुई थी ये घटना 


बताया जा रहा है कि पैलेस में महारानी कैमिला की मेजबानी में मंगलवार को एक चैरिटी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस दौरान लेडी सुसान हसी ने अफ्रीकी और कैरेबियाई मूल की महिलाओं को सहायता प्रदान करने वाले ब्रिटेन के ‘सिस्टा स्पेस’ नामक संगठन की मुख्य कार्यकारी एनगोजी फुलानी से पूछा कि वह अफ्रीका के किस हिस्से से हैं और मूल रूप से कहां की हैं? इस पर फुलानी ने कहा कि वह ब्रिटेन में ही पैदा हुई हैं और यहीं पली-बढ़ीं हैं. 


लेडी सुसान हसी ने मांगी मांफी 


आरोप है कि इसके बाद भी वे यही सवाल करती रहीं. फुलानी ने इस घटना के बारे में ट्विटर पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी. बकिंघम पैलेस ने एक बयान में कहा कि हसी ने अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगी है. उधर विलियम और केट बुधवार को बोस्टन लोगान अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे, जहां मैसाचुसेट्स के गवर्नर चार्ली बेकर और लेफ्टिनेंट गवर्नर केरन पोलिटो ने उनका स्वागत किया. 


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