बुधवार को निजी खुफिया फर्म (private intelligence firm) रिकॉर्डेड फ्यूचर की एक रिपोर्ट ने कहा कि चीनी हैकरों ने हाल के महीनों में एक साइबर जासूसी अभियान के हिस्से के रूप में लद्दाख के पास भारत में बिजली क्षेत्र को निशाना बनाया है. 


रिपोर्ट की माने तो चाइनीज हैकर्स ने लद्दाख के पास के उत्तरी भारत में सात लोड डिस्पैच केंद्रों को निशाना बनाया जो कि लद्दाख में भारत-चीन सीमा के पास के क्षेत्रों में ग्रिड नियंत्रण और बिजली सप्लाइ करता है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा  हमारा मानना ​​​​है कि हैकर्स द्वारा जरूरी बुनियादी ढांचे और भविष्य की गतिविधि के लिए पूर्व-स्थिति के बारे में भी जानकारी एकत्र की गई है. 


हैकर्स ने किया था बहुराष्ट्रीय रसद कंपनी की सहायक कंपनी से समझौता


रिपोर्ट में कहा गया कि जानकारी निकालने के लिए हैकर्स ने एक भारतीय राष्ट्रीय आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली और एक बहुराष्ट्रीय रसद कंपनी की सहायक कंपनी से समझौता किया था. वहीं हैकिंग के लिए हैकिंग ग्रुप ने शैडोपैड नाम के सॉफ़्टवेयर का इस्तेमाल किया, जो पहले चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी से जुड़ा हुआ था. 


रिकॉर्डेड फ्यूचर के सीनियर मैनेजर जोनाथन कोंद्रा का कहना है कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स डिवाइस और कैमरों का इस्तेमाल करके घुसपैठ करना काफी आम है. वहीं इस डिवाइस का इस्तेमाल ताइवान और दक्षिण कोरिया में घुसपैठ के लिए भी किया जा चुका है. 


ये भी पढ़ें:


अमेरिका ने व्लादिमीर पुतिन की बेटियों पर लगाए प्रतिबंध, रूसी बैंकों को भी बनाया निशाना


ब्रिटेन ने मॉस्को के खिलाफ लगाए सबसे कड़े प्रतिबंध, पीएम जॉनसन ने कहा- रूस ने बूचा में जो किया वो नरसंहार से कम नहीं