बीजिंग: ऐसे समय में जब दुनिया के ज्यादातर देश आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान को कठघरे में खड़े कर रहे हैं चीन उसके बचाव में आया है. आज चीन ने कहा कि आतंकवाद सभी देशों के लिए एक चुनौती है और पाकिस्तान ने इसके खिलाफ लड़ते हुए बलिदान दिए हैं.


चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ ल‍िजिन ने कहा, ''आतंकवाद सभी देशों के लिए एक चुनौती है. पाकिस्तान ने इसके खिलाफ लड़ते हुए बलिदान दिए हैं और सराहनीय कदम उठाए हैं. अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इसका सम्मान करना चाहिए. चीन सभी तरह के आतंकवाद का विरोध करता है.''


बता दें कि भारत और अमेरिका ने गुरुवार को ही एक संयुक्त बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान को आतंकवादी संगठनों के खिलाफ तत्काल, सतत और अपरिवर्तनीय कार्रवाई करने की आवश्यकता है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उसके नियंत्रण वाले किसी भी क्षेत्र का इस्तेमाल आतंकवादी गतिविधियों में नहीं हो.


‘भारत अमेरिका आतंकवाद निरोधी संयुक्त कार्य समूह’ की 17वीं बैठक और ‘इंडिया-यूएस डेजिग्नेशन डायलॉग’ के तीसरे सत्र के बाद जारी एक संयुक्त बयान में दोनों देशों ने आतंकवाद के परोक्ष इस्तेमाल और सीमा-पार आतंकवाद की निंदा की.


बयान में कहा गया, ‘‘26/11 मुम्बई हमले और पठानकोट वायु सेना अड्डे पर हुए हमले जैसे आतंकवादी हमलों के दोषियों के खिलाफ त्वरित कानूनी कार्रवाई की मांग भी की.’’


यही नहीं अगले महीने एफएटीएफ की बैठक होनी है. इसमें पाकिस्‍तान को ब्‍लैक लिस्‍ट में डाले जाने पर फैसला हो सकता है.  पेरिस से संचालित वित्तीय कार्रवाई कार्यबल (एफएटीएफ) ने जून 2018 में पाकिस्तान को ‘ग्रे’ (संदिग्ध) सूची में डाल दिया था और इस्लामाबाद से साल 2019 तक कार्ययोजना को लागू करने को कहा था. हालांकि कोविड-19 महामारी की वजह से समयसीमा में बढ़ोतरी की गई.


UN में भारत ने कहा- पाकिस्तान सीमा पार ‘हिंसा की संस्कृति’ को दे रहा है बढ़ावा