Xi Jinping BRICS Summit 2025: ब्राजील के रियो डी जनेरियो में रविवार (6 जुलाई, 2025) को 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन शुरू हुआ है. इस सम्मेलन में दुनिया की उभरती अर्थव्यवस्था वाले कई देशों में हिस्सा लिया. हालांकि, इस बार ब्रिक्स के सबसे ताकतवर देशों में से एक सदस्य देश के शीर्ष नेता की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही.

चीन के 72 वर्षीय राष्ट्रपति शी जिनपिंग इस साल ब्रिक्स के नेताओं की वार्षिक बैठक में शामिल नहीं होंगे. चीनी राष्ट्रपति ने वैश्विक ताकतों के संतुलन को नया रूप देने के लिए ब्रिक्स (BRICS) के मंच का इस्तेमाल किया है.

चीन के प्रधानमंत्री ब्रिक्स समिट में होंगे शामिल

2012 में चीन की सत्ता में आने के बाद यह पहली बार होगा जब राष्ट्रपति शी जिनपिंग ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल नहीं होंगे. वहीं, दूसरी तरफ बीजिंग ने राष्ट्रपति जिनपिंग की जगह चीनी प्रधानमंत्री ली क्यांग को सम्मेलन में भेजने के लिए कार्यक्रम की व्यस्तता के अलावा कोई और आधिकारिक कारण नहीं बताया है.

ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित दो दिवसीय ब्रिक्स सम्मेलन से चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ऐसे समय पर अनुपस्थित रहने वाले हैं, जब ब्रिक्स पश्चिमी वर्चस्व को लेकर गंभीर चिंता के बीच सदस्य देशों के साथ आपसी सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा कर रहा है. वहीं, साल 2024 में ब्रिक्स ने अपना विस्तार किया और मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात (UAE), इथियोपिया, इंडोनेशिया और ईरान को भी सदस्य देशों में शामिल किया है.

ब्रिक्स समिट में शामिल न होने से चीन गवां देगा यह मौका

ब्रिक्स सम्मेलन में शामिल न होकर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग चीन को अमेरिका के मुकाबले एक स्थिर विकल्प के तौर पेश करने का मौका गवां सकते हैं. चीन के लिए यह एक ऐसा मौका है जिसे बीजिंग लंबे समय से ग्लोबल साउथ के सामने दिखाना चाहता रहा है.

ब्रिक्स से जिनपिंग के गैरमौजूदगी का कारण

सीएनएन ने सिंगापुर के नेशनल यूनिवर्सिटी के एसोसिएट प्रोफेसर चोंग जा ईअन के हवाले से अपनी रिपोर्ट में कहा, “शायद ब्रिक्स शी जिनपिंग की शीर्ष प्राथमिकताओं में नहीं है, क्योंकि वह इस वक्त चीन की घरेलू अर्थव्यवस्था को संभालने पर ज्यादा ध्यान दे रहे हैं. इसके अलावा, बीजिंग को इस साल के ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से किसी बड़े नतीज निकलने की ज्यादा उम्मीद नहीं है.”

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