China-Taiwan Tension: लंबे समय बाद एक बार फिर चीन और ताइवान के बीच तनाव देखने को मिल रहा है. दरअसल, चीन ने मंगलवार को तटीय प्रांत फुजियान और ताइवान के बीच एकीकरण को गहरा करने की योजना को सार्वजनिक किया. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, इस योजना में सैन्य शक्ति के प्रदर्शन और युद्धपोतों की तैनाती के अलावा ताइवान के साथ सहयोग के लाभों का भी जिक्र चीनी सरकार ने किया है.

चुनाव प्रभावित करना है चीन की मंशा

चीन एकीकरण वाले इस ब्लूप्रिंट को तब लेकर आया है, जब ताइवान में राष्ट्रपति चुनाव होने वाले हैं. माना जा रहा है कि चीन ने ऐसा ताइवानी चुनाव को प्रभावित करने की मंशा से किया है. यह चुनाव जनवरी 2024 में होने हैं. चीन दशकों से ताइवान पर अपना दावा जताते हुए इस पर लगातार सैन्य दबाव बढ़ा रहा है. वहीं, ताइवान खुद को स्वतंत्र बताता है.

दर्जनों युद्धपोत भेजकर घेरने की भी कोशिश

ताइवानी अधिकारियों का कहना है कि, चीन ने अपने इस एकीकरण योजना को जारी करने से पहले इस हफ्ते एक विमानवाहक पोत और लगभग दो दर्जन चीनी युद्धपोतों को ताइवान की जल सीमा के पास तैनात किया है. वह लंबे समय से ताइवान को घेरने के प्रयास कर रहा है. पिछले साल दोनों देशों के बीच इसे लेकर युद्ध के हालात भी बन गए थे. चीन ने तब कई मिसाइल ताइवान की तरफ दागे थे.

ताइवान ने चीनी प्रस्ताव को किया खारिज

वहीं, चीन के इस प्रस्ताव को ताइवान ने सिरे से खारिज कर दिया है. बुधवार को ताइवान की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी के सांसद वांग टिंग-यू ने कहा कि चीन की एकीकरण की योजना हास्यास्पद है. चीन के इस प्लान की आलोचना ताइवान के दूसरे नेता भी कर रहे हैं.

क्या है चीन के इस प्लान में

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय समिति और राज्य परिषद की ओर से संयुक्त रूप से जारी इस ब्लूप्रिंट में ये बड़ी बाते हैं...

  • फुजियान को ताइवान के साथ जोड़कर विकास करने का वादा
  • ताइवान के निवासियों के लिए फुजियान में पहला घर बनाने की खुली छूट
  • फुजियान के लोगों और कंपनी को चीन में निवेश और बिजनेस स्थापित करने के लिए प्रेरित करना.
  • फुजियान में विकास और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने पर फोकस करना.

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