पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो अपनी जहरीली जुबान के लिए जाने जाते हैं. वह जब भी कुछ बोलते हैं भाषा नफरत भरी होती है. हाल ही में उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर एक विवादित बयान दिया था जिसकी हर तरफ आलोचना हो रही है. बिलावल भुट्टो को भारत में तो लताड़ा जा ही रहा है लेकिन पाकिस्तानियों ने भी उनके द्वारा पीएम मोदी पर की गई टिपन्नी पर उन्हें खरी खोटी सुनाई है.

भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त रहे अब्दुल बासित ने बिलाबल के बयान को गलत माना है. उन्होंने कहा है कि वह इसे परिपक्व और समझदारी भरी टिप्पणी के रूप में नहीं देखते हैं. उन्होंने अपने वीडियो ब्लॉग में कहा, "मैं डिप्लोमैसी के आईने में इसे सही नहीं मानता. प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और विदेशी मंत्री का इस तरह से कहना, डिप्लोमैसी में ठीक नहीं माना जाता है.''

अब्दुल बासित ने आगे कहा,'' मैं कहूं या कोई आम आदमी कहे तो चल भी जाता है क्योंकि लोग आवेग में आकर कह देते हैं लेकिन विदेश मंत्री का इस स्तर पर जाना ठीक नहीं है."

बीबीसी हिन्दी से बात करते हुए लाहौर के फ़ॉरमैन क्रिस्चन कॉलेज में भौतिक शास्त्र के प्रोफ़ेसर रहे और पाकिस्तान के जानेमाने बुद्धिजीवी परवेज़ हुदाभोय ने भी बिलावल भुट्टो पर निशाना साधा. उन्होंने उनकी टिप्पणी को 'अपरिपक्व' माना और कहा कि इस तरह के बयान से भारत में मुसलमानों के खिलाफ माहौल बनता है.

वहीं बीबीसी को पाकिस्तान की जानीमानी सुरक्षा विशेषज्ञ आयशा सिद्दीक़ा ने बताया कि यह बयान बिलावल के अनुभवहीनता को दिखाता है. 

बिलावल ने क्या दिया था विवादित बयान 

कुछ दिनों पहले पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि ओसामा बिन लादेन मारा गया, लेकिन गुजरात का कसाई जिंदा है. इस को लेकर भारत ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. संयुक्त राष्ट्र में बिलावल के इस बयान पर भारत ने कहा था कि पाकिस्तान के पास भारत पर आक्षेप लगाने के लिए साख की कमी है और पाकिस्तान में पल रहे आतंकवाद को रोकना होगा.

भारत ने पाकिस्तान पर हमला करते हुए कहा कि पाकिस्तान वो देश है जो ओसामा बिन लादेन को शहीद की तरह बखान करता है और जकीउर रहमान लखवी, हाफिज सईद, मसूद अजहर, साजिद मीर और दाऊद इब्राहिम जैसे आतंकियों को पनाह देता है.