बिहार विधानसभा चुनाव की चर्चा देश के साथ-साथ अब पाकिस्तान में भी जोरों शोरों से हो रही है. पाकिस्तानी अखबार डॉन ने अपने पहले पन्ने पर बिहार चुनाव का जिक्र करते हुए लिखा कि अगर इस इलेक्शन का नतीजा अलग रहा तो केंद्र में मोदी की सरकार खतरे में आ सकती है. इसमें कहा गया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जेडीयू और टीडीपी मुख्य रूप से मोदी सरकार का सहारा बनी हुई है.
'खतरे में आ सकती है मोदी सरकार'
पाकिस्तानी अखबार ने लिखा, "बिहार चुनाव मोदी सरकार के लिए लिटमस टेस्ट की तरह है. सहयोगियों के सहारे बीजेपी की सरकार चल रही है. अगर बिहार चुनाव का नतीजा थोड़ा अलग होता है और नीतीश कुमार के साथ बीजेपी के रिश्ते बिगड़े तो फिर केंद्र सरकार भी खतरे में आ सकती है. जेडीयू 12 सांसदों के साथ और टीडीपी 16 सांसदों के साथ पीएम मोदी का हाथ पकड़े हुए है."
'बिहार चुनाव में अहम हैं राहुल गांधी'
डॉन के अनुसार लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी इस चुनाव में अहम हैं क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने जबरदस्त वापसी की है. इसमें कहा गया, "पिछले साल हुए लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी का प्रदर्शन काफी कमजोर रहा, जिस वजह से मोदी सरकार बहुमत का आंकड़ा नहीं छू पाई. हालांकि इस चुनाव में राहुल गांधी को यह सफलता अपने सहयोगियों के साथ रहने से मिली है."
'बीजेपी को चुनौती देने में लगे हैं राहुल गांधी'
इसमें कहा गया, "राहुल गांधी बिहार में भी बीजेपी को परेशान करने की कोशिश में लगे हुए हैं. उनके लिए फायदे की बात यह है कि बिहार एकमात्र हिंदी भाषी राज्य है जहां बीजेपी अपने सहयोगियों से सत्ता नहीं छीन पाई है. राहुल गांधी ने आरोप लगाया है कि चुनाव आयोग बीजेपी के साथ मिलकर बिहार में वोट चारी करने में जुटा है. भारत के विपक्षी नेताओं का आरोप है कि चुनाव आयोग खासकर मुस्लिमों के नामों को हटाकर बीजेपी की मदद कर रहा है."