कनाडा भारत के तनाव के बीच एक ऐसी खबर आई है जिसने सभी को चौंका दिया है. साल 2024 में कनाडा में जाकर बसने वालों में भारतीयों की संख्या सबसे अधिक है. दरअसल कनाडा ने साल 2024 में 374,832 नए नागरिक जोड़े हैं. दरसअल संसद में आव्रजन पर पेश की गई वार्षिक रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है.

साल 2023 की तुलना में कम गए भारतीय

दरअसल कनाडा ने साल 2024 में  217 देशों से नए नागरिकों का अपने यहां स्वागत किया. इन सभी में भारत की बात करें तो  23.43% लोग थे जो किसी भी देश से अधिक है.

सबसे कम दिसंबर में लोगों ने ली नागरिकता

सबसे अधिक अप्रैल से जून लोगों ने कनाडा की नागरिकता ली. इस समयावधि में 104,218 लोगों ने नागरिकता ली. वहीं सबसे कम नागरिकता अक्टूबर-नवंबर में देखी गई. इस समयावधि में 69,593 नए नागरिकों ने कनाडा की नागरिकता ली. वहीं दिसंबर 2024 में केवल 18,160 लोगों को कनाडाई नागरिकता मिली.

भारत कनाडा तनाव

जस्टिन ट्रूडो की सरकार का पिछले साल भारत पर आरोप लगाने की वजह से दोनों देशों के रिश्ते खराब हो गए थे. बीते साल जून में कनाडाई नागरिक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर उसकी हत्या में शामिल होने के गंभीर आरोप लगाए थे. भारत ने उन आरोपों को सिरे से ख़ारिज कर दिया था. और उसके बाद दोनों देशों ने एक दूसरे के डिप्लोमैट्स को देश छोड़ने को कहा था.

बाद में ट्रूडो ने मानी थी गलती

प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पहले तो भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाए और फिर बाद में एक जांच आयोग के सामने गवाही देते हुए इस बात को स्वीकार किया कि उनकी सरकार ने कनाडा की धरती पर खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बारे में भारत को कोई सबूत नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि जब कनाडाई एजेंसियों ने भारत से आरोपों की जांच करने के लिए कहा, तो नई दिल्ली ने सबूत मांगे. ट्रूडो ने माना कि उस समय, यह मुख्य रूप से खुफिया जानकारी थी, न कि ठोस साक्ष्य.