Donald Trump: अमेरिकी चुनाव से पहले पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. एक अमेरिकी अदालत ने शुक्रवार को (12 जनवरी) को उन्हें एक धोखाधड़ी मामले में न्यूयॉर्क टाइम्स और तीन पत्रकारों को चार लाख डॉलर देने का आदेश दिया गया है.


इससे पहले गुरुवार (11 जनवरी) को अदालत में पेश हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था, "मेरे साथ धोखाधड़ी हो रही है. मैं एक निर्दोष व्यक्ति हूं. राष्ट्रपति पद के एक प्रतिद्वंद्वी मुझे सता रहे हैं. मुझे परेशान किया जा रहा है." 


एपी एक रिपोर्ट के अनुसार, द न्यूयॉर्क टाइम्स और कुछ अन्य पत्रकारों ने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति की संपत्ति को लेकर खुलासा किया था. जिसमें पत्रकारों ने दावा किया था कि ट्रंप ने कर्ज लेने के लिए अपनी संपत्ति को बढ़ाकर दिखाया था. जिससे ट्रंप बौखला गए थे और उन्होंने पत्रकारों के साथ संस्था पर केस कर दिया था. ऐसे में इस मामले में सुनवाई केर दौरान ट्रंप को जोर का झटका लगा है. अब कोर्ट ने पत्रकारों और संस्था को मामले से अलग कर दिया और ट्रंप को कानूनी फीस देने का आदेश दिया है. 


पत्रकारों के हित में लिया गया फैसला 


इससे पहले न्यायाधीश, रॉबर्ट रीड ने मई में अखबार और तीन पत्रकारों (सुज़ैन क्रेग, डेविड बारस्टो और रसेल ब्यूटनर ) के खिलाफ मुकदमा खारिज कर दिया था. हालांकि ताजा सुनवाई के दौरान रीड ने कहा कि मुद्दों की जटिलता और मामले के अन्य कारकों को देखते हुए, ट्रम्प को टाइम्स और पत्रकारों को 392,638 डॉलर की कानूनी फीस का भुगतान करना होगा. उन्होंने राज्य के SLAPP विरोधी (सार्वजनिक भागीदारी के खिलाफ रणनीतिक मुकदमा कानून की भी प्रशंसा की, जो पत्रकारों को चुप कराने के इरादे से किए गए तुच्छ मुकदमों से बचाता है.


न्यायिक प्रणाली का दुरुपयोग गलत 


कोर्ट के इस फैसले के बाद टाइम्स के प्रवक्ता डेनिएल रोहड्स हा ने कहा कि आज के फैसले से पता चलता है कि राज्य की नव संशोधित SLAPP विरोधी क़ानून प्रेस की स्वतंत्रता की रक्षा के लिए एक शक्तिशाली ताकत हो सकती है. उन्होंने कहा कि अदालत ने उन लोगों को संदेश भेजा है जो पत्रकारों को चुप कराने के लिए न्यायिक प्रणाली का दुरुपयोग करना चाहते हैं. 


गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से डोनाल्ड ट्रंप अभी सबसे आगे चल रहे हैं. हालांकि, उनके ऊपर लगे मुकदमों से उनकी परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रहीं है. 


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